Almora : हवालबाग के फलसीमा में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार, ग्रामीणों ने ली राहत की सांस
अल्मोड़ा के हवालबाग ब्लाक के फलसीमा गांव में दहशत का पर्याय बना नर गुलदार छह दिन बाद वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार के पकड़े जाने से ग्रामी ...और पढ़ें

हवालबाग ब्लाक के फलसीमा गांव में पिंजरे में कैद हुआ गुलदार।
संस, जागरण, अल्मोड़ा: अल्मोड़ा: हवालबाग ब्लाक के फलसीमा गांव में लंबे समय से दहशत का पर्याय बना नर गुलदार आखिरकार छह दिन बाद वन विभाग के पिंजरे में कैद हो गया। गुलदार के पकड़े जाने से ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।
फलसीमा गांव में पिछले काफी समय से नर गुलदार की सक्रियता बढ़ गई थी। यह गुलदार कई मवेशियों को अपना शिकार बना चुका था, जिससे ग्रामीणों में भय का माहौल था।
गुलदार के डर से लोगों का घरों से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया था। ग्रामीणों की मांग पर वन विभाग ने गांव में पिंजरा लगाया था। रविवार सुबह ग्रामीणों ने गुलदार को पिंजरे में फंसा देखा और इसकी जानकारी वन विभाग को दी।
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम ने गुलदार का स्वास्थ्य परीक्षण किया। वन क्षेत्राधिकारी मोहन राम आर्या ने बताया कि पिंजरे में फंसा गुलदार नर है, जिसकी उम्र लगभग 5 से 6 वर्ष है। आगे की कार्रवाई वन्यजीव नियमों के तहत की जा रही है।
दो पिंजरे में गुलदार के फंसने की उम्मीद
अल्मोड़ा: नगर और आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में भी गुलदार का आतंक बना हुआ है। वन विभाग की ओर से गुलदार को पकड़ने के लिए नगर के पुलिस लाइन और मटेला गांव में पिंजरे लगाए गए हैं। विभागीय अधिकारियों को उम्मीद है कि जल्द ही इन क्षेत्रों में भी गुलदार को पकड़कर लोगों को उसके आतंक से राहत दिलाई जाएगी।

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