शिकारी फिल्म से जुड़ा रोचक वाकया, जब धर्मेंद्र ने कहा था- इस जगह पर लोग मुझसे ज्यादा आशा पारीख को याद करेंगे
रानीखेत की सुंदर वादियों में फ़िल्म 'शिकारी' की शूटिंग के दौरान अभिनेता धर्मेंद्र यहां की सुंदरता के दीवाने हो गए थे। शूटिंग के समय अभिनेत्री आशा पारेख का पैर मुड़ गया और धर्मेंद्र ने उन्हें सहारा दिया। धर्मेंद्र ने कहा था कि इस जगह पर लोग उन्हें नहीं, बल्कि आशा पारेख को याद करेंगे, और वह जगह 'आशा पारेख मोड़' के नाम से प्रसिद्ध हो गई।
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रानीखेत का चौबटिया रोड, इसी जगह पर शिकारी फिल्म के गीत के दृश्य फिल्माए जाने के दौरान अभिनेत्री आशा पारिख का पांव मुड़ गया था। तब से यह मोड़ आशा पारिख मोड़ के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
जागरण संवाददाता, रानीखेत (अल्मोड़ा): रानीखेत की वादियां फिल्मांकन के लिहाज से बालीवुड के पसंदीदा शूटिंग स्थलों में रही। सिने अभिनेता धर्मेंद्र (धरम पाजी) एक बार इधर आए तो यहां की नैसर्गिंक खूबसूरती के दीवाने हो गए थे।
वह 70 के दशक में ‘शिकारी’ फिल्म की शूटिंग के लिए रानीखेत पहुंचे थे। इस दौरान उनकी फिल्म शिकारी से जुड़ा है एक रोचक वाकया है। जब धर्मेंद्र ने कहा था- 'इस जगह पर लोग मुझसे ज्यादा आशा पारीख को याद करेंगे।'
शिकारी फिल्म की शूटिंग से जुड़ा एक रोचक वाकया है। चौबटिया रोड पर गीत ‘शिकार करने को आए, शिकार हो के चले...’ के दृश्य फिल्माने के दौरान अभिनेत्री आशा पारीख का पांव मुड़ गया। तब धर्मेंद्र ने उन्हें सहारा देकर सड़क किनारे पैराफिट पर बैठाया। कहते हैं धर्मेंद्र ने कहा था- इस जगह पर लोग मुझसे ज्यादा आशा पारीख को याद करेंगे। और वह मोड़ आशा पारीख मोड़ के नाम से प्रसिद्ध हो गया।
आशा पारिख मोड़ के नाम से प्रसिद्ध
रानीखेत का चौबटिया रोड, इसी जगह पर शिकारी फिल्म के गीत के दृश्य फिल्माए जाने के दौरान अभिनेत्री आशा पारिख का पांव मुड़ गया था। तब सिने जगत मशहूर अभिनेता धर्मेंद्र ने सहारा देकर आशा पारिख को रोड किनारे पैराफिट पर बैठाया। यह मोड़ तब से आशा पारिख मोड़ के नाम से प्रसिद्ध हो गया।

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