अल्मोड़ा का टूरिज्म सेक्टर लगाएगा छलांग, झील बनने से बढ़ेगी सैलानियों की रौनक
अल्मोड़ा जिले के भिकियासैंण में प्रस्तावित झील परियोजना से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। रानीखेत के विधायक और सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने झील स्थल का निरीक्षण किया और डीपीआर जल्द तैयार करने पर सहमति जताई। इस परियोजना से स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे। सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है।

विधायक रानीखेत व सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने किया स्थलीय निरीक्षण. Jagran
संवाद सहयोगी, भिकियासैंण। क्षेत्र में पर्यटन विकास को नया आयाम देने वाली बहुप्रतीक्षित झील परियोजना को लेकर विभागीय स्तर पर गतिविधियां तेज हो गई हैं। विधायक रानीखेत सहित सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने निर्माणाधीन प्रस्तावित झील स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। मौके पर क्षेत्र के विकास को लेकर जल्द डीपीआर तैयार करने पर सहमति बनी।
गुरुवार को विधायक रानीखेत डा. प्रमोद नैनवाल, सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता ऋषिराज चक्रपाणि सहित अन्य तकनीकी कर्मियों ने स्थलीय निरीक्षण किया। अधिकारियों ने गगास नदी के खैरूनी क्षेत्र में झील निर्माण की संभावनाओं का आकलन किया और डीपीआर तैयार करने के लिए आवश्यक माप एवं तकनीकी बिंदुओं की समीक्षा की।
निरीक्षण दल ने कहा कि खैरूनी क्षेत्र में प्रस्तावित झील का निर्माण भिकियासैंण और आसपास के क्षेत्रों के लिए पर्यटन की दृष्टि से मील का पत्थर साबित होगा। झील बनने के बाद यहां प्रकृति प्रेमियों, ट्रेकर्स, स्थानीय और बाहरी पर्यटकों की आवाजाही में उल्लेखनीय वृद्धि की संभावना है। इससे न केवल स्थानीय अर्थव्यवस्था को गति मिलेगी, बल्कि युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी खुलेंगे।
क्षेत्रीय विधायक नैनवाल ने कहा कि सरकार पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है। भिकियासैंण झील परियोजना हमारी प्राथमिकता में है। झील निर्माण से क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियां बढ़ेंगी, होमस्टे और स्थानीय व्यवसायों को नई ऊर्जा मिलेगी। उन्होंने संबंधित विभागों को डीपीआर जल्द तैयार कर शासन को भेजने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि झील परियोजना के आगे बढ़ने से भिकियासैंण पर्यटन मानचित्र पर एक उभरते आकर्षण के रूप में स्थापित होने की ओर अग्रसर है।

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