Almora News: सुनवाई नहीं होने से आक्रोश, आंदोलन के मुखिया पूर्व सैनिक भुवन कठायत ने दी आत्मदाह की चेतावनी
चौखुटिया में स्वास्थ्य सेवाओं की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे पूर्व सैनिक भुवन कठायत ने चेतावनी दी है कि यदि 25 नवंबर तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने सरकार पर मांगों को अनसुना करने का आरोप लगाया है। 21 नवंबर को आक्रोश महारैली प्रस्तावित है।

सीएचसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती समेत बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर चल रहा आंदोलन।
संस, जागरण . चौखुटिया: सीएचसी में विशेषज्ञ चिकित्सकों की तैनाती समेत बेहतर स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर स्वास्थ्य आपरेशन के नाम से चल रहा आंदोलन अब नया मोड़ लेने जा रहा है। आंदोलन के मुखिया पूर्व सैनिक भुवन कठायत ने घोषणा कर दी है कि यदि 21 नवंबर को प्रस्तावित आक्रोश महारैली के बाद यदि मांगों पर जमीनी स्तर पर ठोस पहल नहीं हुई तो वे संवैधानिक तरीके से प्राण त्याग देंगे। उन्होंने इसके लिए सरकार को जिम्मेदार बताया।
मंगलवार को 48 वें दिन भी आंदोलन व भूख हड़ताल जारी है। आंदोलनकारियों ने मांगों को लेकर जमकर नारेबाजी की। आंदोलन स्थल पर बैठक में आंदोलन के मुखिया भुवन कठायत ने आक्रोश भरेलहजे में कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बीते दो अक्टूबर से आंदोलन चल रहा है, लेकिन सरकार मांगों की अनसुनी कर रही है। इससे वे आहत हैं।
उन्होंने दो टूक शब्दों में घोषणा की कि यदि 25 नवंबर तक मुख्यमंत्री या फिर स्वास्थ्य मंत्री स्वयं अनशन स्थल पर आकर मांगों पर ठोस आश्वासन नहीं देते वे आत्मदाह कर देंगे। उन्होंने लोगाें से 21 नवंबर को महाआक्रोश रैली को सफल बनाने का आह्वान भी किया। रैली को सफल बनाने के लिए जनसंपर्क अभियान शुरु हो गया है।
अनशनकारी केवलानंद के अनशन को आठ व सुंदर सिंह नेगी के अनशन को पांच दिन हो गए हैं। वहीं बचे सिंह कठायत व कुंवर सिंह भेलवाल क्रमिक धरने में शामिल हुए। इस अवसर पर जीवन नेगी, अशोक कुमार, दान सिंह मेहरा, जगत सिंह नेगी, ललिता बिष्ट, नंदन सिंह मेहरा, दयाल कांडपाल, पूर्व प्रमुख मीना कांडपाल, हीरा देवी, खष्टी देवी अधिकारी व गणेश दत्त आदि मौजूद रहे।

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