Vindhya Expressway अब मां विंध्यवासिनी-बाबा विश्वनाथ और तीर्थ राज प्रयागराज की राह करेगा आसान
विंध्य एक्सप्रेसवे से मां विंध्यवासिनी बाबा विश्वनाथ और तीर्थराज प्रयागराज की यात्रा अब और आसान हो जाएगी। 320 किलोमीटर लंबा यह एक्सप्रेसवे प्रयागराज वाराणसी मीरजापुर चंदौली और सोनभद्र को जोड़ेगा। इसके निर्माण से पूर्वांचल के अधिकांश जिले एक-दूसरे से जुड़ जाएंगे और सफर में लगने वाला समय भी कम हो जाएगा। प्रारंभ बिंदु प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेस वे होगा जबकि सोनभद्र में एनएच-39 पर इसका समापन होगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। मुख्यमंत्री योगी ने पिछले कुंभ में गंगा एक्सप्रेस वे तो अबकी प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई कैबिनेट की बैठक में विंध्य एक्सप्रेस वे उपहार स्वरूप प्रदेशवासियों को दिया था। कैबिनेट की मुहर के बाद वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने शुक्रवार को बजट में इस एक्सप्रेस वे के लिए 50 करोड़ रुपये का प्रविधान कर जमीन पर इसे मूर्तरूप देने का आगाज कर दिया है।
320 किमी लंबाई वाला विंध्य एक्सप्रेस-वे के निर्माण से शक्ति के उपासना स्थल मां के धाम विंध्यावासिनी, महादेव की नगरी काशी व तीर्थों के राज प्रयागराज की राह अब आसान होगी। प्रयागराज, वाराणसी, मीरजापुर, चंदौली और सोनभद्र को यह एक्सप्रेस वे जोड़ेगा। इस नए एक्सप्रेस का प्रारंभ बिंदु प्रयागराज में गंगा एक्सप्रेस वे होगा जबकि सोनभद्र में एनएच-39 पर इसका समापन होगा।
विंध्य एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद पूर्वांचल के अधिकांश जिले एक दूसरे से कनेक्ट हो जाएंगे। रिंग रोड फेज वन-दो, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे भी आगे जाकर इससे जुड़ जाएंगे। कभी टूटी-फूटी सड़कों के सफर में उलझे पूर्वांचल के जनपद अब एक्सप्रेस वे की जाल से आच्छादित होते जा रहे हैं।
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विंध्य एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद वाराणसी से मीरजापुर, सोनभद्र, चंदौली का सफर आसान होगा तो वहीं प्रयागराज की दूरी कम हो जाएगी। विंध्य एक्सप्रेस-वे के निर्माण से मध्य प्रदेश, झारखंड और छत्तीसगढ़ से उत्तर प्रदेश की रोड कनेक्टिविटी और अच्छी हो जाएगी। एक्सप्रेस वे के निर्माण से सफर में तीन से पांच घंटे की बचत होगी। इस एक्सप्रेस वे के निर्माण के बाद पूर्वांचल के कारोबार में उछाल आएगा। पूर्वांचल का बुंदेलखंड से सीधा संपर्क हो जाएगा।
लिंक एक्सप्रेसवे का होगा विकास। जागरण
लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण को भी मिल चुकी है सैद्धांतिक सहमति
विंध्य एक्सप्रेस-वे के साथ ही 100 किलोमीटर लंबाई वाले विंध्य-पूर्वाचल लिंक एक्सप्रेस-वे को भी सैद्धांतिक मंजूरी कैबिनेट से मिल चुकी है। विध्य एक्सप्रेस-वे पर चंदौली से प्रारंभ होकर पूर्वाचल एक्सप्रेसवे के अंतिम बिंदु गाजीपुर तक विंध्य पूर्वाचल लिंक एक्सप्रेस वे के भी निर्माण की बात है।
'वाराणसी-विंध्याचल इकोनामिक रीजन' को मिलेगा फलक
वाराणसी: विंध्य एक्सप्रेस वे लिए बजट का प्रविधान करने से अब एनसीआर की तर्ज पर डेवलप होने वाले 'वाराणसी-विंध्याचल इकोनामिक रीजन' के प्लान को साकार करने में भी मदद मिलेगा। वाराणसी, मीरजापुर मंडल के वाराणसी, गाजीपुर, चंदौली, सोनभद्र, मीरजापुर समेत सात जिलों के पर्यटन की दृष्टि से संवारने का पहले से कवायद चल रही है।
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नीति आयाेग के सीईओ बीवी आर. सुब्रह्मण्यम व मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह की अगुवाई में बैठक भी हो चुकी है। यह रोड कनेक्टिविटी काशी-विंध्य क्षेत्र को ग्रोथ हब बनाने में मददगार साबित होगा। मजबूत कनेक्टिविटी होते ही सिटी बसों का संचालन, प्रमुख मार्गों के किनारे औद्योगिक जोन संग आवासीय और व्यावसायिक दृष्टि से विकसित करने का प्लान भी मूर्तरूप लेगा।
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