पुलिस कमिश्नर बोले - ‘आइ लव मोहम्मद’ के जुलूस में बच्चे मिले तो अभिभावकों पर लगेगी रासुका
वाराणसी में पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने आई लव मोहम्मद के जुलूस को लेकर कड़ी चेतावनी जारी की है। उन्होंने कहा कि जुलूस में बच्चे पाए जाने पर अभिभावकों पर रासुका लगाया जाएगा। बिना अनुमति जुलूस निकालने पर भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। शहर में हाई अलर्ट है और फ्लैग मार्च किया जा रहा है।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने कहा है कि ‘आइ लव मोहम्मद’ के जुलूस में बच्चे मिले तो उनके अभिभावकों को दंगाई समझा जाएगा। पुलिस राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत आरोपितों पर कार्रवाई करेगी। विशेष वर्ग को इस बात का संदेश दे दिया गया है।
बगैर अनुमति कोई जुलूस न निकालेगा और न हीं उसमें शामिल होगा, किसी ने ऐसा कृत्य किया तो उसकी नियति दंगा फैलाने की समझी जाएगी। फोर्स हाई अलर्ट पर है, अशांति फैलाने की एक चूक किसी को भी बहुत भारी पड़ेगी। बताया कि इस मामले में कोई भी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।
पुलिस कमिश्नर बरेली में बवाल और पुलिस के लाठी चर्चा की कार्रवाई के बाद वाराणसी में सुरक्षा तैयारियों को साझा किए। उन्होंने स्पष्ट किया कि ‘आइ लव मोहम्मद’ के जुलूस में किशोर ज्यादा निकल रहे हैं। मैं समझता हूं कि किशोरों को आगे कर अभिभावक जानबूझ कर माहौल खराब कराने की कोशिश कर रहे हैं।
वाराणसी में यह कोशिश कामयाब नहीं होगी और पुलिस ऐसे अभिभावकों के खिलाफ रासुका लगाएगी। डीसीपी को स्पष्ट निर्देश है, कि आरएफ, पीएसी और पुलिस के साथ भ्रमण करें और उन्हें सख्ती का संदेश दें। चार कंपनी पीएसी और चार कंपनी आरएएफ डीसीपी के सिपुर्द किया है।
बताया कि दशाश्वमेध, लोहता और सिगरा थाना में जुलूस निकालने की हिमाकत पर केस दर्ज कर गिरफ्तारी की जा रही है। एक दर्जन से ज्यादा लोग पकड़े जा चुके हैं। किसी ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की तो वसूली उसकी संपत्ति से की जाएगी।
दंगे में निरुद्ध रहे लोग फिर से चिह्नित किए जा रहे
वाराणसी में दंगा और बवाल करने में पहले गिरफ्तार किए गए लोग चिह्नित किए जा रहे। तीनों जोन में एक दशक में हुई घटनाएं और उससे संबंधी दर्ज मुकदमों को पुलिस खंगाल रही। आरोपितों पर शिकंजा कसने की तैयारी शुरू है। अपर पुलिस आयुक्त कानून-व्यवस्था शिवहरि मीणा व तीनों जोन के डीसीपी गौरव बंसवाल, प्रमोद कुमार और आकाश पटेल को सतर्क दृष्टि रखने के निर्देश हैं।
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कानपुर से हुई शुरुआत
‘आइ लव मोहम्मद’ की चिंगारी चार सितंबर को कानपुर में उठी। बारवफात के दिन ‘आइ लव मोहम्मद’ के साइन बोर्ड लगाए गए थे। हिंदू संगठनों के विरोध के बाद पुलिस बोर्ड हटवाई और आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज किए। जिसके बाद बरेली, उन्नाव आदि जिलों में माहौल बिगाड़ने की कोशिश हो रही।
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