ताखेनुमा आकृति को हिंदू संगठनों ने मजार बताकर तोड़ा, वाराणसी में राजकीय महिला अस्पताल का मामला
वाराणसी के कबीर चौरा स्थित राजकीय महिला अस्पताल में हिंदूवादी संगठनों ने एक ताखेनुमा आकृति को मजार बताकर तोड़ दिया। अस्पताल प्रशासन ने इसे छत की नाली का ड्रेन बताया और भ्रामक जानकारी फैलाने से समाज में तनाव उत्पन्न होने की आशंका जताई। पुलिस मामले की जांच कर रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। कबीरचौरा स्थित राजकीय महिला अस्पताल में रविवार को हिंदूवादी संगठनों के सदस्यों ने बहिरंग विभाग के पास स्थित ताखेनुमा आकृति को मजार बताते हुए उसे तोड़ दिया। इस आकृति पर माला, फूल और एक चादर चढ़ाई गई थी।
घटना की जानकारी मिलने पर महिला अस्पताल की एसआईसी ने जिलाधिकारी, अपर निदेशक स्वास्थ्य, सीएमओ और सहायक पुलिस आयुक्त को पत्र भेजकर सूचित किया कि सोशल मीडिया पर इस आकृति का वीडियो वायरल किया जा रहा है, जिससे भ्रम फैल रहा है।
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महिला अस्पताल में हुई इस घटना में हिंदूवादी संगठन के अतुल कुल समेत छह लोग शामिल थे। उन्होंने मुख्य द्वार के सामने बहिरंग विभाग के पास स्थित पैथालोजी द्वार पर ताखेनुमा आकृति को धर्म परिवर्तन कराने का स्थान बताते हुए उसे हथौड़े से तोड़ दिया। इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को नियंत्रित किया।
महिला अस्पताल की एसआईसी ने स्पष्ट किया कि बहिरंग विभाग के मुख्य द्वार के पास दीवार पर जो आकृति है, वह वास्तव में छत के नाली का ड्रेन है, जो ओपीडी भवन के चारों ओर बना हुआ है। उन्होंने बताया कि यह नाली छत के पानी को नीचे बहाने के लिए बनाई गई है। ऐसे कई ड्रेन ओपीडी भवन के चारों ओर और छत पर भी मौजूद हैं।
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महिला अस्पताल की एसआईसी ने यह भी बताया कि उक्त स्थान पर कोई मजार या धार्मिक स्थल नहीं था। इस प्रकार की भ्रामक जानकारी फैलाने से समाज में तनाव उत्पन्न हो सकता है। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को इस मामले की गंभीरता से अवगत कराया है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस घटना ने एक बार फिर से यह सवाल उठाया है कि कैसे कुछ लोग बिना किसी ठोस प्रमाण के धार्मिक स्थल बनाने को लेकर विवाद उत्पन्न कर सकते हैं। इस प्रकार की घटनाएं न केवल कानून व्यवस्था को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में विभाजन भी पैदा करती हैं। इस घटना के बाद पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और संबंधित व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। समाज में शांति और सद्भाव बनाए रखने के लिए यह आवश्यक है कि सभी लोग एकजुट होकर ऐसे प्रयासों का विरोध करें।
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