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    Varanasi: दोषीपुरा मामले में 20 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट, पुलिसकर्मियों समेत 40 लोग हुए थे घायल

    कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बनी घटना में एक मुकदमा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह और दूसरा मुकदमा शिया पक्ष की ओर से मोहम्मद रिजवान ने दर्ज कराया था। दोनों ही मुकदमों में गिरफ्तार 20 लोगों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद आगे भी गिरफ्तारी और जांच जारी है। एक घंटे तक चले ईंट-पत्थर में पुलिसकर्मियों समेत करीब 40 लोग घायल हुए थे।

    By Jagran NewsEdited By: Abhishek PandeyUpdated: Thu, 12 Oct 2023 10:22 AM (IST)
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    Varanasi: दोषीपुरा मामले में 20 आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट, पुलिसकर्मियों समेत 40 लोग हुए थे घायल

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। ताजिया मार्ग को लेकर 29 जुलाई को शिया-सुन्नी के बीच हुए संघर्ष मामले में पुलिस ने पहली चार्जशीट दाखिल की है। एक घंटे से ज्यादा समय तक चले ईंट-पत्थर में पुलिसकर्मियों समेत करीब 40 लोगों को चोटें आई थीं।

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    कानून-व्यवस्था के लिए चुनौती बनी घटना में एक मुकदमा एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट के निरीक्षक सुधीर कुमार सिंह और दूसरा मुकदमा शिया पक्ष की ओर से मोहम्मद रिजवान ने दर्ज कराया था। दोनों ही मुकदमों में गिरफ्तार 20 लोगों के खिलाफ कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल होने के बाद आगे भी गिरफ्तारी और जांच जारी है।

    रास्ते को विवादित बताते हुए जुलूस को रोका गया था

    मुहर्रम वाले दिन शाम चार बजे सुन्नी समुदाय के लोग ताजिया लेकर दोषीपुरा में गलियों के रास्ते बढ़ रहे थे। उसी समय शिया पक्ष के लोगों ने रास्ते को विवादित बताते हुए जुलूस को रोक दिया था। दोनों पक्षों में विवाद होना शुरू हुआ तो सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मी ने बीच-बचाव करने लगे थे।

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    इससे नाराज एक पक्ष ने गली में एक किनारे चबूतरे पर ताजियों को रख दिया था। उसके बाद पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्ष अपनी जिद पर अड़े ही थे कि छतों से पथराव शुरू हो गया। इसके बाद विवाद इस हद तक जा पहुंचा था कि पुलिस स्कार्ट ड्यूटी की एक बोलेरो, कई बाइकें तोड़ डाली गई थीं। एक महिला आइपीएस अधिकारी के अलावा कई सिपाही और दारोगा घायल हो गए थे।

    10 गंभीर धाराओं में दर्ज किया गया था मुकदमा

    पुलिस ने दो अलग-अलग मुकदमों में सेवन क्रिमिनल ला एक्ट, 307 समेत 10 से ज्यादा गंभीर धाराओं में केस दर्ज किया। घटना के बाद पुलिस की किरकिरी हुई तो तत्कालीन इंस्पेक्टर मथुरा राय को हटना पड़ गया था।

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    हालांकि, पुलिस मुहर्रम के जुलूस को लेकर पुख्ता इंतजाम की बात कह रही थी। सबकुछ सकुशल बीत भी रहा था कि अचानक दोषीपुरा कांड ने पुलिस के प्रयासों पर पानी फेरकर रख दिया।

    जैतपुरा इंस्पेक्टर अश्वनी चतुर्वेदी ने बताया कि एक मुकदमे में मैं 13 आरोपितों तो दूसरे मुकदमे में थाने के ही वरिष्ठ उपनिरीक्षक अनिल कुमार साहू ने सात आरोपितों के खिलाफ आरोपपत्र जारी किया है।

    अपर पुलिस आयुक्त चंद्रकांत मीणा ने बताया कि दोनों ही मामले में सीसीटीवी कैमरों के फुटेज के आधार पर आरोपितों की पहचान के बाद गिरफ्तारी और तफ्तीश भी जारी है।