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    राजेंद्र फैमिली मर्डर: 400 घंटे की फुटेज और दो हजार मोबाइल नंबरों की निगरानी से पकड़ा गया कातिल, ऐसे देता था पुलिस को गच्चा

    Updated: Fri, 07 Feb 2025 05:14 PM (IST)

    उत्तर प्रदेश के वाराणसी में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। भदैनी हत्याकांड में पांच लोगों की जान लेने वाले विक्की को पकड़ने के लिए सर्विलांस टीम ने 400 घंटे की फुटेज और 2000 मोबाइल नंबरों की निगरानी की। टीम ने पांच राज्यों के डाटा की जांच की और 90 दिनों में विक्की तक पहुंची। विक्की को उसके भाई जुगनू के साथ गिरफ्तार किया गया।

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    भदैनी में हुई पांच हत्या के आरोपियों की हुई गिरफ्तारी,पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल के साथ टीम। जागरण

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। भदैनी हत्याकांड में पांच लोगों की जान लेने वाले विक्की को पकड़ने वाली सर्विलांस टीम ने चार सौ घंटे की फुटेज और दो हजार मोबाइल नंबरों की निगरानी के बाद उसके तक पहुंच सकी। पांच राज्यों के डाटा के जांच में 90 दिन की तक मेहनत करनी पड़ी।

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    एक ही रात में राजेंद्र उसकी पत्नी व बच्चों की हत्या ने पुलिस के होश उड़ा दिए थे। हत्यारे तक पहुंचने के लिए पूरी ताकत झोंक दी। शुरुआती जांच में ही विक्की का नाम सामने आ गया। उसे पकड़ने के लिए शहर की सीमा पर जांच के साथ हवाई अड्डे, रेलवे स्टेशनों, बस स्टेशनों समेत सभी संभावित ठिकानों पर तलाश की लेकिन हत्यारे ने इतनी गहरी साजिश रची थी कि आसानी से निकल गया। उसने जिला ही नहीं प्रदेश भी छोड़ दिया।

    भदैनी हत्याकांड वीडियो फुटेज


    एक्टिव एप की जांच से जुड़ते गए तार

    विक्की तक पहुंचने के लिए सर्विलांस टीम ने तकनीक का इस्तेमाल शुरू किया। हिरासत में आए विक्की के छोटे भाई जुगनू के मोबाइल नंबर खंगाले। इन नंबरों पर एक्टिव एप की जांच भी शुरू की। इसके संपर्क में आने वाले पांच नंबर संदिग्ध प्रतीत हुए।

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    पुलिस उन नंबरों की जांच में जुटी तो दोनों के बीच मैसेंजर व अन्य मोबाइल एप के जरिए संपर्क होने का पता चला। इंटरनेट के लिए एक ही डोंगल का इस्तेमाल किया जा रहा था। उसका आईपी एड्रेस भी पुलिस को मिल गया।

    इससे जुगनू पर भी संदेह गहरा होने लगा और उसकी निगरानी बढ़ा दी। सर्विलांस टीम को पता चला कि जुगनू संदिग्ध पांच मोबाइल नंबरों से समय-समय पर ही संपर्क में आता था। अधिक जांच में स्पष्ट हो गया कि संदिग्ध मोबाइल नंबरों को विक्की ही इस्तेमाल कर रहा है।

    भेलुपुर थाना क्षेत्र के भदैनी में हुई पांच हत्या के आरोपियों की हुई गिरफ्तारी। जागरण


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    तकनीक के जरिए पांच प्रदेशों तक की निगरानी 

    विक्की ने फरारी के दौरान उत्तर प्रदेश के साथ ही बिहार, पश्चिम बंगाल, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र तक सफर किया। सर्विलांस टीम सभी जगहों से उसके मोबाइल का डाटा जमा करती रही। उन जगहों की वीडियो फुटेज भी विक्की की मौजूदगी की पुष्टि करते रहे। इस तरह 90 दिनों तक टेक्नोलाजी के जरिए हत्यारोपित का पीछा करते-करते पुलिस विक्की तक पहुंच गई और जुगनू के साथ उसे गिरफ्तार कर लिया।