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    राजेंद्र फैमिली हत्याकांड: ताऊ-ताई और तीन बच्चों की हत्या का मुख्य आरोपी विक्की भाई संग गिरफ्तार, एक लाख रुपये घोषित था इनाम

    Updated: Fri, 07 Feb 2025 03:19 PM (IST)

    वाराणसी के भदैनी में राजेंद्र गुप्ता और उनके परिवार के पांच लोगों की हत्या के मामले में मुख्य आरोपी विक्की भाई और उसके भाई प्रशांत को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों भाइयों पर अपने दादा माता-पिता और खुद की प्रताड़ना का बदला लेने के लिए हत्या करने का आरोप है। पुलिस ने दोनों को लौटूबीर मंदिर के पास से गिरफ्तार किया है।

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    बाएं से विशाल और प्रशांत उर्फ जुगनू। जागरण

     जागरण संवाददाता, वाराणसी। भदैनी निवासी राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी नीतू, बड़े बेटे नवनेन्दु, छोटे बेटे शुभेंदु और बेटी गौरांगी की बीते चार नवंबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस 95 दिन से फरार चल रहे मुख्य आरोपित और एक लाख रुपये के इनामी भतीजे विशाल गुप्ता उर्फ विक्की और उसके छोटे भाई प्रशांत उर्फ जुगनू को लौटूबीर मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया।

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    प्रशांत की गिरफ्तारी पांच लोगों की हत्या की साजिश में शामिल होने और मुख्य हत्यारोपित विशाल का सहयोग करने के आरोप में हुई है। आइटी विशेषज्ञ दोनों भाई पुलिस को चकमा देने के लिए फर्जी ई-मेल व इंस्टाग्राम एकाउंट से संपर्क करते थे, जिसकी पुलिस ने ‘डिजिटल फुटप्रिंट’ के रूप में काट खोजी तो आरोपित हत्थे चढ़ गए। विशाल गुरुवार दोपहर सवा एक बजे के करीब प्रशांत से रुपये लेने लौटूबीर मंदिर पहुंचा था।

    पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने पुलिस टीम को एक लाख रुपये के इनाम का प्रशस्तिपत्र दिया है। पुलिस आयुक्त ने गुरुवार को मीडिया को बताया कि विशाल उर्फ विक्की और प्रशांत उर्फ जुगनू ने अपना गुनाह कुबूल कर लिया है। उन्होंने अपने दादा लक्ष्मी नारायण व माता-पिता की हत्या और खुद की प्रताड़ना का बदला लेने के लिए घटना को अंजाम दिया।

    भदैनी स्थित इसी घर में हुई थी चार लोगो की हत्या। फाइल फोटो


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    दो वर्ष पूर्व लिए सिम कार्ड, डोंगल (वाइफाई उपयोग का उपकरण) के उपयोग से फेक आइडी बनाई और इंस्टाग्राम व इमेल द्वारा सिर्फ प्रशांत से संपर्क में था। फेक आइडी की वजह से पुलिस को इनकी गिरफ्तारी में मुश्किल हो रही थी।

    दो साल से परिवार खत्म करने की तैयारी में जुटे थे दोनों भाई

    दो साल से दोनों भाई राजेंद्र और उसके परिवार को खत्म करने की तैयारी में जुटे थे। विशाल ने बिहार से 2022 में 80 हजार में दो पिस्टल, दो मैगजीन, 20 गोलियां, डोंगल और छह सिम खरीदे थे। विशाल पूरी तैयारी से दीपावली पर वाराणसी आया और चार नवंबर की रात पहले ताऊ राजेंद्र गुप्ता को रामपुर-लठिया स्थित निर्माणाधीन मकान में गोलियों से भूना फिर भदैनी आया।

    भदैनी स्थित इसी घर में हुई थी चार लोगों की हत्या। फाइल फोटो


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    यहां मकान में प्रथम तल पर ताई नीतू फिर दूसरी मंजिल पर दोनों तहेरे भाइयों और तीसरी मंजिल पर बहन के सीने में गोली उतार दी। विशाल वारदात के बाद पीडीडीयू जंक्शन (चंदौली) से पटना, कोलकाता फिर मुंबई जा पहुंचा। इसकी फरारी का अधिकांश समय रेलवे स्टेशनों पर बीता।