UP News: शहंशाहपुर में नया इंडस्ट्रियल एरिया निर्माण की तैयारी, मुख्यालय भेजा गया प्रस्ताव
चांदपुर औद्योगिक क्षेत्र 1949 में बनने के बाद पिछले सात दशक में बनारस को कोई नया औद्योगिक क्षेत्र नहीं मिला। न ही डेवलप के लिए कोई ठोस प्रयास हुआ। हालांकि इस बीच करखियांव में एग्रो पार्क अवश्य बना लेकिन उद्यमियों की ओर से इंडस्ट्रीयल एरिया की मांग लगातार की जा रही है। शासन से स्वीकृति मिली तो इस दिशा में आगे कार्य होगा।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। करखियांव एग्रो पार्क के पूर्ण रूप से विकसित होने के बाद यूपी सीडा एक दशक पश्चात अब दूसरे नए इंडस्ट्रियल एरिया के लिए लैंड बैंक बनाने में जुट गया है। इसी क्रम में जिलाधिकारी के निर्देश के क्रम में यूपी सीडा की ओर से शहशांहपुर में नए इंडस्ट्रियल एरिया का प्रस्ताव बनकर मुख्यालय भेजा गया है। यूपी सीडा के मुख्यालय से यह प्रस्ताव शासन को जाएगा। शासन से स्वीकृति मिली तो इस दिशा में आगे कार्य होगा।
शहंशाहपुर में पशुपालन विभाग यानी पशु प्रक्षेत्र क्षेत्र का लगभग 180 एकड़ भूमि है। यूपी सीडा की तकनीकी टीम ने इसका सर्वे भी किया। खाली जमीन तक पहुंच मार्ग ठीक होने के कारण औद्योगिक क्षेत्र के अनुकूल माना है। इसके बाद यूपी सीडा की ओर से प्रस्ताव बनाया गया।
पिछले दिनों शासन ने भी यूपीसीडा को नए औद्योगिक क्षेत्र निर्माण के लिए लैंड बैंक बनाने का दिशा में निर्देश दिया था। इसी क्रम में यह प्रस्ताव यूपीसीडा की ओर से अपने मुख्यालय भेजा गया है।
इंडस्ट्रियल एरिया। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)
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टेक्सटाइल पार्क के लिए भी भेजा गया प्रस्ताव
बनारस में पहला टेक्सटाइल पार्क बनाने का भी प्रस्ताव भेजा गया है। हैंडलूम विभाग की ओर से 20 एकड़ भूमि पर इसका प्रस्ताव बनाकर अपने मुख्यालय भेजा गया है। हैंडलूम विभाग ने भी शहंशाहपुर की जमीन पर ही प्रस्ताव बनाया है। हालांकि हैंडलूम विभाग ने इसकी एजेंसी के लिए यूपी सीडा को नामित किया है। अगर यह जमीन यूपी सीडा को मिलती है तो नया औद्योगिक क्षेत्र के साथ ही यहां टेक्सटाइल पार्क की भी नींव पड़ सकती है।
पीएम ने शहंशाहपुर में गडढ़ा खोदकर इज्जत घर की रखी थी नींव
प्रधानमंत्री ने शहंशाहपुर से ही वर्ष 2017 में स्वच्छता मिशन का श्रीगणेश किया था। गड्ढा खोदकर इज्जत घर की नींव रखी व जनसभा की थी। इसके बाद शहंशाहपुर में बायोगैस प्लांट बना। अब यह जमीन पर संचालित हो रहा है। इस जमीन पर अगर औद्योगिक क्षेत्र बना तो इस क्षेत्र के विकास को और रफ्तार मिलेगी।
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यूपी सीडा की ओर से बनारस में करखियांव एग्रो पार्क के बाद दूसरे इंडस्ट्रियल एरिया निर्माण के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा गया है। इस पर स्वीकृति मिलती है तो बनारस के लिए बहुत उपयाेगी होगा। बहुतायत उद्यम स्थापित होंगे। नए उद्यमियों के सपने साकार होंगे तो वहीं युवाओं को रोजगार मिलेगा। बनारस की इकाेनामी में इजाफा होगा। -आशीष नाथ, क्षेत्रीय प्रबंधक यूपी सीडा
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