Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    वाराणसी के लोगों के लिए खुशखबरी, 1100 करोड़ की लागत से बेहतर होगी बिजली व्यवस्था; बनेंगे 15 नए उपकेंद्र

    Updated: Wed, 22 Jan 2025 09:18 AM (IST)

    काशी की बिजली व्यवस्था में आधुनिकीकरण का काम अगले महीने से शुरू होगा। इसके तहत जिले में 15 नए विद्युत उपकेंद्र स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा केबल भूमिगत करने के साथ सुंदरीकरण कार्य भी होगा। यह कार्य लगभग 1110 करोड़ की लागत से होगा। वाराणसी जोन प्रथम के मुख्य अभियंता संदीप बंसल ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिले में 15 नए 33 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाए जाने हैं।

    Hero Image
    प्रस्तुति के लिए इस्तेमाल की गई तस्वीर

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। काशी की बिजली व्यवस्था हर स्तर पर चुस्त-दुरुस्त करने की तैयारी जोरों पर है। एक ओर जहां पावर ग्रिड, पारेषण विभाग लाइन को बेहतर कर रहा हैं। वहीं वितरण क्षेत्र में भी कई महत्वपूर्ण कार्य होने जा रहे हैं, इसकी तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। अगले माह से बिजली आधुनिकीरण कार्य शुरू जाएगा। इसमें जिले में 15 नए विद्युत उपकेंद्र स्थापित किए जाने हैं। यह कार्य आधुनिकीकरण के तहत होगा। इसके अलावा केबल भूमिगत करने के साथ सुंदरीकरण कार्य की प्रक्रिया भी अंतिम दौर में चल रही है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    ये दोनों कार्य माडर्नाइजेशन व स्मार्ट सिटी लगभग 1110 करोड़ में होने हैं। दोनों के टेंडर भी जारी हो गए हैं, बस एनओआइ (लेटर आफ इंडेंट) जारी होने शेष हैं। इसके तहत कार्यदायी संस्था को कार्य प्रारंभ करने के लिए पत्र जारी किया जाता है। इसके बाद दो साल में ये कार्य पूरे करने होंगे।

    पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने लिया बड़ा फैसला

    काशी की बिजली व्यवस्था को और बेहतर करने के लिए पिछले माह ही पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड ने बड़ा फैसला लिया था। निगम के निदेशक (तकनीक) जितेंद्र नलवाया की अध्यक्षता में हुई बैठक में आधुनिकीकरण परियोजना को स्वीकृति प्रदान की गई थी।

    वाराणसी जोन प्रथम के मुख्य अभियंता (वितरण) संदीप बंसल ने बताया कि इस परियोजना के तहत जिले में 15 नए 33 केवी विद्युत उपकेंद्र बनाए जाने हैं। वहीं 29 बिजली घरों की क्षमता बढ़ाई जाएगी। वहीं जिले के आठ उपकेंद्रों पर अतिरिक्त पावर ट्रांसफार्मर लगाए जाएंगे। साथ ही 25 साल पुराने 33 केवी के फीडरों के पुनर्निर्माण का भी निर्णय लिया गया है।

    वहीं स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत शहर की 46 किलोमीटर 33 केवी लाइन, 126 किलोमीटर 11 केवी लाइन व 332 किलोमीटर एलटी लाइन भूमिगत की जानी है। यह कार्य टीएफसी से रिंग रोड, मुनारी रिंग रोड से सारनाथ, ताज होटल, छावनी क्षेत्र, एमएम रोड-वीआइपी रोड, आशापुर से पुराना पुल, नमो घाट क्षेत्र, चौकाघाट से नमो घाट, गोदौलिया से विश्वेश्वरगंज, रामनगर किला से पंचवटी, साजन तिराहा से रुद्राक्ष, नाटी ईमली-संपूर्णानंद, रथयात्रा, महमूरगंज, मंडुआडीह, विश्वनाथ मंदिर, बीएलडब्ल्यू से बीएचयू आदि क्षेत्रों में होना है।

    इसे भी पढ़ें: गर्मियों में सुबह सस्ती और रात में महंगी मिलेगी बिजली, घरेलू उपभोक्ताओं का बढ़ेगा खर्च

    इसे भी पढ़ें: बिना आपत्ति सुने न जारी की जाए हिस्ट्रीशीट, इलाहाबाद हाई कोर्ट ने यूपी के प्रमुख सचिव को दिया आदेश