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    UPPCL: यूपी में गर्मियों में सुबह सस्ती और रात में महंगी मिलेगी बिजली, घरेलू उपभोक्ताओं का बढ़ेगा खर्च

    विद्युत नियामक आयोग द्वारा प्रस्तावित मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन के लागू होने पर प्रदेशवासियों को गर्मियों में सुबह सस्ती और देर शाम से रात में महंगी बिजली मिलेगी। अक्टूबर से मार्च के दौरान ठंड के मौसम में शाम से आधी रात से पहले महंगी जबकि उसके बाद तड़के तक सस्ती बिजली होगी। समय के अनुसार बिजली मौजूदा दर से 10 से 20 प्रतिशत तक महंगी या सस्ती हो सकती है।

    By Jagran News Edited By: Vinay Saxena Updated: Wed, 22 Jan 2025 07:37 AM (IST)
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    व्यवस्था लागू करने के लिए उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर का होना है जरूरी।- सांकेत‍िक तस्‍वीर

    राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विद्युत नियामक आयोग द्वारा प्रस्तावित मल्टी ईयर टैरिफ रेगुलेशन के लागू होने पर प्रदेशवासियों को गर्मियों में सुबह सस्ती और देर शाम से रात में महंगी बिजली मिलेगी। अक्टूबर से मार्च के दौरान ठंड के मौसम में शाम से आधी रात से पहले महंगी जबकि उसके बाद तड़के तक सस्ती बिजली होगी। समय के अनुसार बिजली मौजूदा दर से 10 से 20 प्रतिशत तक महंगी या सस्ती हो सकती है। यह व्यवस्था लागू करने के लिए उपभोक्ताओं के यहां स्मार्ट मीटर का होना जरूरी है।

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    अनुमान लगाया जा रहा है कि टीओडी (टाइम ऑफ डे) टैरिफ लागू होने पर 70 प्रतिशत तक घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली के खर्च में 20 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी हो सकती है।दरअसल, अभी भारी और हल्के उद्योग वाले बिजली कनेक्शन के मामले में ही टीओडी टैरिफ की व्यवस्था है। ऐसे में 24 घंटे बिजली की दर एक समान न होकर अलग-अलग समय में कम-ज्यादा होती है।

    उद्योगों के मामले में अभी अप्रैल से सितंबर के बीच गर्मियों के मौसम में सुबह पांच बजे से 10 बजे तक बिजली जहां सामान्य दर से 15 प्रतिशत सस्ती रहती है वहीं देर शाम सात बजे से आधी रात के बाद तीन बजे तक 15 प्रतिशत महंगी होती है। इसी तरह जाड़े में अक्टूबर से मार्च तक शाम पांच बजे से रात 11 बजे तक जहां बिजली 15 प्रतिशत महंगी होती है वहीं रात 11 बजे से तड़के पांच बजे तक 15 प्रतिशत तक सामान्य दर से सस्ती होती है।

    आयोग द्वारा नए सिरे से प्रस्तावित रेगुलेशन में कृषि कार्य (सिंचाई आदि) में इस्तेमाल होने वाली बिजली कनेक्शन वाले 15 लाख किसानों को छोड़कर अन्य सभी श्रेणियों के उपभोक्ताओं के लिए टीओडी लागू करने की भी बात कही गई है। वैसे केंद्र सरकार ने विद्युत अधिनियम के तहत नियमावली बनाते हुए इसे पहली अप्रैल 2025 से लागू करने के निर्देश पहले से ही दे रखे हैं। ऐसे में उद्योगों की तरह टीओडी लागू होने पर घरेलू उपभोक्ताओं की बिजली 10 से 20 प्रतिशत समय के अनुसार सस्ती-महंगी हो सकती है।

    चूंकि मौसम के अनुसार जिस समय घरेलू बिजली सस्ती रखने की बात है उस समय घर में सबसे कम और महंगी दर के वक्त ज्यादा बिजली का उपभोग रहता है इसलिए माना जा रहा है कि टीओडी लागू होने पर 2.85 करोड़ घरेलू उपभोक्ताओं का बिजली का कुल खर्च बढ़ जाएगा। अनुमान लगाया जा रहा है कि 70 प्रतिशत तक घरेलू उपभोक्ताओं के बिजली के खर्च में 20 प्रतिशत तक का इजाफा हो सकता है।

    उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश वर्मा का कहना है कि घरेलू व वाणिज्यिक उपभोक्ताओं के हित में टीओडी नहीं है इसलिए वह इसका विरोध करेंगे। वर्मा ने बताया कि वर्ष 2023 में भी टीओडी लागू करने का प्रयास किया गया था लेकिन उपभोक्ता परिषद द्वारा याचिका दायर करने के बाद संबंधित प्रस्ताव स्थगित हो गया था।

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