UP News: महराजगंज ARTO मुख्यालय से संबद्ध, निलंबन की फाइल पहुंची मंत्री के पास; महाकुंभ में किया था बड़ा घोटाला
Fake bill case of Maha Kumbh महाकुंभ के लिए अस्थाई बस स्टेशन न बनाकर 10 लाख रुपये निकालना एआरटीओ विनय कुमार को भारी पड़ा। जांच में सरकारी धन के गबन का खुलासा होने पर उन्हें हटाकर परिवहन मुख्यालय से संबद्ध किया गया। सिद्धार्थनगर के सुरेश कुमार नए एआरटीओ बने। परिवहन आयुक्त भीमसेन सिंह ने कार्यभार ग्रहण कराया। जांच में वित्तीय अनियमितताएं पाई गईं।
जेपी पांडेय, जागरण वाराणसी। प्रयागराज महाकुंभ के तीर्थयात्रियों की सुविधाओं जैसे पार्किंग, ठहरने की व्यवस्था, नाश्ता आदि के लिए आई धनराशि से 10 लाख रुपये का गबन करने के आरोप में महराजगंज के सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी विनय कुमार को तत्काल प्रभाव से परिवहन आयुक्त कार्यालय से संबद्ध कर दिया गया है।
परिवहन आयुक्त ब्रजेश कुमार सिंह ने परिवहन मंत्री दयाशंकर सिंह से उन्हें निलंबित करने की संस्तुति की है।महाकुंभ में तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के लिए परिवहन विभाग को हर जिले में बजट जारी किया गया था, लेकिन महराजगंज के एआरटीओ विनय कुमार ने कोई व्यवस्था नहीं की।
फर्जी बिल के सहारे उन्होंने एक दिन में 10 लाख रुपये कोषागार से निकाल लिए। शिकायत पर परिवहन आयुक्त ब्रजेश कुमार सिंह ने जांच कराई तो आरोप सही मिले। जिलाधिकारी महराजगंज और अपर परिवहन आयुक्त (प्रवर्तन) की जांच में भी गड़बड़ी की बात सच पाई गई।
महाकुंभ 2025
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वित्तीय अनियमितता के आरोप में जिलाधिकारी महराजगंज ने कार्रवाई की संस्तुति की। परिवहन आयुक्त ने गोरखपुर के आरटीओ (प्रशासन) को विनय कुमार को तत्काल कार्यमुक्त कर कार्यभार सिद्धार्थनगर एआरटीओ सुरेश कुमार मौर्य को देने का निर्देश दिया है।
परिवहन आयुक्त ने आदेश में लिखा है कि चंदौली जिले में तैनाती के दौरान एआरटीओ विनय कुमार जांच में दोषी पाए गए थे। उस समय दो वेतन वृद्धि रोकने के बाद उन्हें बहाल किया गया था। स्पष्ट है कि विनय कुमार का विवादों से पुराना नाता है।
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