ESIC और आयुष्मान कार्डधारक एक-दूसरे अस्पताल में करा सकेंगे उपचार, बस करना होगा यह काम
कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) और आयुष्मान कार्ड धारक अब एक-दूसरे से संबद्ध अस्पतालों में इलाज करा सकेंगे। ईएसआइसी के बीमा आयुक्त आरके गौतम ने बताया कि यह सुविधा उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी होगी जो ऐसे शहरों में काम करते हैं जहाँ ईएसआइसी अस्पताल नहीं हैं। इसके लिए ईएसआइसी कार्ड को आधार से जोड़ना अनिवार्य होगा।

मुकेश चंद्र श्रीवास्तव, वाराणसी। कर्मचारी राज्य बीमा निगम (ईएसआइसी) व आयुष्मान कार्ड धारक एक-दूसरे से संबंधित अस्पताल में उपचार करा सकेंगे। इससे देश के करोड़ों लोगों को राहत मिलेगी। अगर ईएसआइसी बीमित व्यक्ति कही ऐसे शहर में कार्य करता है जहां ईएसआइसी का अस्पताल नहीं है तो वह पास स्थिति उस अस्पताल में जाकर सेवा ले सकेगा जो आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना से संबद्ध हो।
यही लाभ आयुष्मान कार्ड वाले व्यक्ति को ईएसआइसी अस्पताल में भी मिलेगा। इसके लिए जरूरी है कि सभी ईएसआइसी कार्डधारकों को आधार कार्ड से जोड़ा जाए। यह जानकारी कर्मचारी राज्य बीमा निगम, मुख्यालय नई दिल्ली के बीमा आयुक्त रत्नेश कुमार गौतम शनिवार को दैनिक जागरण से बातचीत में दी। वे यहां ईएसआइसी मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल का जायजा लेने आए थे।
बीमा आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिया कि तत्काल सभी बीमितों को आधार से जोड़ दिया जाएं। कारण कि आधार अनिवार्यता का आदेश कभी भी आ सकता है। श्रम मंत्रालय की ओर से वाराणसी के साथ ही देश के अन्य शहरों नोएडा, लुधियाना, रांची, अहमदाबाद, इंदौर, मुंबई, दिल्ली, जयपुर व असम की राजधानी दिसपुर में भी मेडिकल कालेज खोले जा रहे हैं।
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इसकी तैयारियों को लेकर पूछे गए सवाल पर उन्होंने बताया कि ईएसआइसी के देश में एक साथ 10 मेडिकल कालेज शुरू करने की तैयारी लगभग पूरी कर ली गई है। सितंबर से इनमें प्रवेश भी शुरू हो जाएगा। बताया कि इसी क्रम में वे वाराणसी के ईएसआइसी मेडिकल कालेज का दौरा करने आए हैं। जो भी कमियां रह गई हैं उसे तत्काल पूरी करने के लिए कहा गया है।
ESIC और आयुष्मान कार्डधारक। जागरण
बताया कि नए मेडिकल कालेजों में बीमित लोगों के बच्चों के लिए भी मेडिकल की कुछ सीटें आरक्षित रहेंगी। ताकि निम्न आय वालों के बच्चे भी डाक्टर बन सके। उन्हें बहुत ही सस्ती मेडिकल की शिक्षा मिल सकेगी। मेडिकल कालेज की भूमि के बाबत पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि इसके लिए प्रयास तेज किया गया है।
राज्य सरकार एवं संबंधित विभागों से लगातार वार्ता चल रही है। देश के सभी नए मेडिकल कालेजों की प्रगति पर केंद्रीय श्रम मंत्री डा. मनसुख मंडाविया नजर रख रहे हैं। यह भी बताया कि मेडिकल कालेज जल्द शुरू हो इसके लिए ही डीन की नियुक्ति कई है।
बीमा आयुक्त ने किया निरीक्षण
बीमा आयुक्त रत्नेश कुमार वर्मा ने शनिवार को पांडेयपुर स्थित ईएसआइसी मेडिकल कालेज एंड हास्पिटल के हर क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने प्रशासनिक भवन, सभी वार्ड, ओपीडी एरिया, इमरजेंसी वार्ड, दवा केंद्र, जांच केंद्र आदि का दौरा किया।
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मेडिकल कालेज के लिए क्लास रूम, सेमिनार हाल आदि के बारे में भी पूछा। मरीजों से भी मिले। उनसे बेड पर खाना मिलने, दवा एवं जांच की सुविधा के बारे में भी पूछा। उन्होंने आनलाइन दवा वितरण के दौरान साइट के धीमे चलने की बात भी सामने आई। इस पर आयुक्त ने इस समस्या को तत्काल दूर करने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान कालेज के डीन प्रो. सेल्वा कुमार चेल्लैया, ईएसआइसी उप क्षेत्रीय कार्यालय के संयुक्त निदेशक संजय कुमार, अस्पताल के प्रभारी एमएस डा. प्रभाष राॅय, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी प्रवीन कुमार सिंह आदि उपस्थित रहे।
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