UP Greenfield Road: यूपी में गंगा किनारे बनने जा रही है 160 KM की नई ग्रीनफील्ड सड़क, इन जिलों को होगा सीधा फायदा
वाराणसी से प्रयागराज के बीच यातायात को सुगम बनाने के लिए एक नई ग्रीनफील्ड सड़क का निर्माण किया जाएगा। भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) को सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने वैकल्पिक मार्ग बनाने के आदेश दिए हैं। लगभग 160 किलोमीटर लंबी यह सड़क कई राज्यों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए मददगार साबित होगी। इसके लिए डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) तैयार की जा रही है

संग्राम सिंह, वाराणसी। बनारस से प्रयागराज जाने के लिए इस समय छह लेन सड़क उपलब्ध है, लेकिन इस पर ट्रैफिक की संख्या अत्यधिक बढ़ रही है। कई बार जाम के चलते यात्रियों को परेशान होना पड़ता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) को वैकल्पिक मार्ग बनाने के आदेश दिया है।
बनारस से मीरजापुर होते हुए प्रयागराज तक गंगा के किनारे एक और ग्रीनफील्ड सड़क बनाने के लिए सर्वे शुरू होने जा रहा है। डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाया जा रहा है। करीब 160 किलोमीटर यह सड़क काफी हद तक बिहार, झारखंड और बंगाल समेत कई राज्यों से आने-जाने वाले यात्रियों के लिए सुविधा प्रदान करने में सक्षम होगी।
एनएचएआइ डीपीआर बनाने के लिए परियोजना की व्यवहारिकता की जांच करा रही है। व्यवहार्यता रिपोर्ट मेें परियोजना की संभाव्यता, जोखिमों और चुनौतियों के विश्लेषण के अलावा उद्देश्य, आर्थिक लागत और लाभों का मूल्यांकन होगा।
एलाइनमेंट तय करने के लिए सिमुलेशन साफ्टवेयर, जीपीएस, जीआइएस व थियोडोलाइट जैसे सर्वेक्षण उपकरणों का उपयोग किया जाएगा। करीब एक साल में तैयार होने वाली इस रिपाेर्ट में भूखंड की जरूरत और कुल लागत राशि का समग्र आकलन होगा। जमीनों की प्रकृति व क्षेत्रफल का मूल्यांकन किया जा रहा है।
नए सिरे से ट्रैफिक लोड की जांच होगी, यह भी देखा जाएगा कि चारों जिलों के मध्य गंगा के रास्ते कितने लोग आवाजाही के लिए इच्छुक हैं। इसके बाद तय होगा कि सड़क को दो लेन बनाया जाए या फिर फोर लेन। एनएचएआइ के पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्या ने बताया कि मंत्रालय ने डीपीआर मांगा है, इस दिशा में कार्य शुरू हो चुका है। करीब एक वर्ष में डीपीआर को अंतिम रूप दिया जा सकेगा। विस्तृत आकलन के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।
रामनगर मल्टीमाडल टर्मिनल से जोड़ी जा सकती है परियोजना
प्रयागराज से भदोही, मीरजापुर होते हुए नई सड़क को रामनगर के मल्टीमाडल टर्मिनल तक भी जोड़ा जा सकता है। करीब छह वर्ष से वाराणसी से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग एक को विस्तार देने का कार्य चल रहा है। पूर्वोत्तर से दक्षिण भारत तक माल ढुलाई के लिए निर्बाध गलियारा विकसित किया जा रहा है।
मल्टीमाडल लाजिस्टिक पार्क बनाया जा रहा है। ऐसे में परियोजना को धरातल पर उतरने के बाद हाईवे व जलमार्ग का संयोजन दिखेगा। सड़क परियोजना से चारों जिलों के सैकड़ों गांव व नगरीय इलाके प्रभावित होंगे, इसके लिए प्रस्तावित मार्ग के आसपास की जमीनों का विवरण जुटाया जाएगा।
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