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    Anganwadi Recruitment Scam: वाराणसी में फर्जी प्रमाण पत्रों पर लेखपाल निलंबित, पांच आंगनबाड़ियों को नोटिस

    Anganwadi Recruitment Scam वाराणसी में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में फर्जी आय और निवास प्रमाण पत्र बनाने के मामले में एसडीएम सदर ने लेखपाल पंकज गौतम को निलंबित कर दिया है। पांच आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को नोटिस भेजा गया है जिन्होंने गलत प्रमाण पत्र लगाए थे। जांच में कई प्रमाण पत्र फर्जी पाए गए जिसके बाद यह कार्रवाई की गई। (60 words)

    By Ashok Singh Edited By: Vivek Shukla Updated: Sat, 26 Apr 2025 10:11 AM (IST)
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    आंगनबाड़ी नियुक्त फर्जी प्रमाण पत्र बनाने में लेखपाल निलंबित। जागरण (सांकेतिक तस्वीर)

    जागरण संवाददाता, वाराणसी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ता भर्ती में फर्जी आय और निवास प्रमाण पत्र बनाए जाने के मामले में जिम्मेदारों पर गाज गिरनी शुरू हो गई है। एसडीएम सदर अमित कुमार ने एक जिम्मेदार लेखपाल पंकज गौतम को निलंबित कर दिया है। साथ ही निलंबित चल रहे एक अन्य लेखपाल शिवप्रताप को आरोप पत्र दिया गया है। जिन पांच आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं ने गलत प्रमाण पत्र लगाया था उन सभी को नोटिस भी दिया गया है।

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    जनपद में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के 199 पदों पर भर्ती हुई। चयन के बाद शिकायतें आनी शुरू हुईं। प्रमाण पत्र के गलत होने की आठ शिकायतों को जिला कार्यक्रम अधिकारी ने जांच के लिए एसडीएम सदर कार्यालय भेजा। जांच के बाद इसमें श्वेता पत्नी विवेक कुमार सिंह का आय प्रमाण पत्र फर्जी पाया गया।

    इसी प्रकार सुमन चौबे पत्नी बृजेश कुमार पांडेय निवासी उदयपुर हरहुआ का निवास प्रमाण पत्र और नीतू पत्नी योगेश विश्वकर्मा निवासी अलईपुर का निवास प्रमाण पत्र भी गलत मिला था। एसडीएम ने बताया कि इस मामले में लेखपाल पंकज गौतम और शिवप्रताप की आइडी से ही फर्जी प्रमाण पत्र जारी किया गया था।

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    सांकेतिक तस्वीर। जागरण


    पिंडरा तहसील में भी जांच में दो आय प्रमाण पत्र गलत पाए गए हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी डीके सिंह ने बताया कि पिंडरा तहसील के ग्राम नथईपुर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के पद पर स्नेहा वर्मा पत्नी श्रवण कुमार का चयन हुआ। उन्होंने 3750 प्रति माह का आय प्रमाण पत्र संलग्न किया था। शिकायत में कहा गया कि स्नेहा के पति की आय अधिक है। जांच में आय प्रमाण पत्र वास्तविक आय से कम जारी होना पाया गया।

    स्नेहा वर्मा वास्तविक आय छुपाकर कम आय का प्रमाण पत्र बनवाए जाने की दोषी पाई गईं। इसी प्रकार मझगंवा निवासी सीमा पत्नी घनश्याम पर 15 दिन की अवधि में दो आय प्रमाण पत्र बनवाने का आरोप लगाया गया था। जांच में आरोप सत्य पाया गया। इस कारण दोनों चयनित कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी कर दिया गया है। उनका पक्ष सुनने के बाद नियमानुसार निरस्तीकरण की कार्यवाही की जाएगी।

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    दूसरे से योग्य साबित करने में हुआ फर्जी वाड़ा :

    आंगनबाड़ी कार्यकर्ता की भर्ती प्रक्रिया में अनिवार्य योग्यता रखने वाले आवेदकों में से गरीबी रेखा से नीचे की महिला को वरियता दी जाती है। बीपीएल सीमा ग्रामीण क्षेत्र में 46 हजार और शहरी क्षेत्र में 56 हजार रुपये है। इस कारण आवेदक तथ्यों को छिपाकर आय प्रमाण पत्र बनवाते हैं। इसी प्रकार गांव का निवासी होने की योग्यता की वजह से निवास प्रमाण पत्र में हेराफेरी की जाती है। हाल ही में तो ऐसे ही मामले में गाजीपुर में 10 लेखपालों को निलंबित कर दिया गया था।