अंतरिक्ष में एक रेखा में दिखे 6 ग्रह, दो वर्ष बाद बना ऐसा संयोग; बड़ी खगोलीय घटना के गवाह बने पृथ्वीवासी
अंतरिक्ष में एक दुर्लभ खगोलीय घटना देखने को मिली जब छह ग्रह एक सीध में दिखाई दिए। मंगल बृहस्पति यूरेनस नेपच्यून शुक्र और शनि ग्रहों की यह परेड करीब दस दिनों तक देखी जा सकेगी। बीएचयू के डॉ. अमित पाठक ने बताया कि यह संयोग दो साल बाद देखने को मिला है। इस बार संयोग बना है कि पृथ्वी से देखने पर यह ग्रह एक रेखा में आ गए हैं।

जागरण संवाददाता, वाराणसी। अंतरिक्ष में बड़ी खगोलीय घटना के गवाह पृथ्वीवासी बने। मंगलवार रात करीब आठ बजे एक रेखा पर छह ग्रह दिखे। उन्हें सीधी लाइन में देखा गया यानी छह ग्रहों की एक साथ परेड हुई। चार ग्रहों को बिना टेलीस्कोप के देखा गया जबकि ग्रहों का यह घटनाक्रम करीब दस दिनों तक यूं ही बना रहेगा।
बीएचयू में भौतिकी विभाग के डॉ. अमित पाठक ने बताया कि अंतरिक्ष में पूरब से पश्चिम तक एक रेखा में यह ग्रह दिखे हैं। मंगल पूरब से 50 डिग्री ऊपर रहा जबकि उससे आगे बढ़ने पर पश्चिम दिशा में बृहस्पति ग्रह दिखा, फिर यूरेनस। शुक्र और शनि पश्चिम दिशा में डूबने के कगार पर दिखाई पड़े। इस तरह एक रेखा में मंगल, बृहस्पति, यूरेनस, नेपच्यून, शुक्र और शनि ग्रह दिखाई पड़े।
सारे ग्रह एक ही सतह पर
कारण कि अलग-अलग ग्रह अपनी गति से सूरज के चारों तरफ घूमते हैं। इस बार संयोग बना है कि पृथ्वी से देखने पर यह ग्रह एक रेखा में आ गए हैं। सारे ग्रह एक ही सतह पर हैं, इसलिए वह एक रेखा पर आ रहे हैं। ग्रहों की गति और दिशा के बारे में भी अध्ययन किया जाएगा। देखेंगे कि सारे ग्रह एक रेखा से कितना अलग हो रहे हैं। कौन सा ग्रह किस रेखा से कितना दूर होता जा रहा है, यह भी पता लगाया जा सकेगा क्योंकि सबकी गति अलग-अलग है।
डॉ. राज प्रिंस ने बताया कि मंगल, बृहस्पति, शुक्र और शनि ग्रह को नंगी आंखों से देखा गया जबकि यूरेनस और नेपच्यून को देखने के लिए दूरबीन का सहारा लेना पड़ा। मंगल नारंगी रंग में चमकदार दिखा जबकि बृहस्पति को चमकीली वस्तु की तरह पहचाना गया।
विद्यार्थियों को ग्रह के बारे में दी गई जानकारी
बीएचयू में टेलीस्कोप की व्यवस्था की गई और विद्यार्थियों को ग्रहों के बारे में बताया गया। चार ग्रह पहले से ही दिखाई पड़ रहे हैं। 10 जनवरी को शुक्र ग्रह सूर्य से अपनी सबसे बड़ी दूरी पर पहुंचा था जबकि 12 जनवरी को मंगल ग्रह पृथ्वी के सबसे करीब था जबकि बीते 16 जनवरी को पृथ्वी, मंगल और सूर्य अंतरिक्ष में एक सीधी रेखा में दिखे थे।
बता दें कि प्लानेटरी परेड ग्रहों की एक खास स्थिति होती है जब पृथ्वी समेत कई ग्रह सूर्य के एक तरफ, एक सीध में आ जाते हैं और आसमान में इनकी एक सीधी लाइन सी दिखाई देती है, जिसे प्लेनेटरी अलाइनमेंट कहते हैं। 2025 में यह घटना दो बार होने वाली है।
मार्च में फिर दिखेगा ऐसा घटनाक्रम
बीएचयू में भौतिकी विभाग के डॉ. अमित पाठक ने बताया कि दो वर्ष बाद ऐसा संयोग पृथ्वीवासियों को देखने को मिला है। दिसंबर 2022 में भी ऐसा घटनाक्रम हो चुका है। जनवरी के बाद आठ मार्च को भी एक और ग्रह परेड होगी। मंगल, बृहस्पति, यूरेनस, शुक्र, नेपच्यून, शनि और बुध आकाश में संरेखित होगे। ग्रहों की स्थिति और गतिविधियों को समझने का मौका मिलेगा।
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