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    किस्त लेने घर पहुंचे बैंक कर्मी तो युवक ने उठा लिया खौफनाक कदम, परिवार में मची चीख-पुकार

    Updated: Wed, 31 Dec 2025 08:14 AM (IST)

    उन्नाव के हैदराबाद कस्बे में 32 वर्षीय विपिन कुमार सविता ने बैंक कर्मियों के घर आने के बाद छत पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। पत्नी आराधना के अनुसार, व ...और पढ़ें

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    प्रतीकात्मक तस्वीर

    संवाद सूत्र, जागरण उन्नाव। कस्बा हैदराबाद के मुहल्ला विनोवा नगर निवासी 32 वर्षीय विपिन कुमार सविता ने बैंक की किस्त लेने घर पहुंचे कर्मियों के जाने के बाद घर की छत पर बने कमरे में फंदा लगाकर जान दे दी।

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    पत्नी आराधना के अनुसार पति ने चार बैंकों से कर्ज ले रखा था। सप्ताह में सभी बैंकों की 800 रुपये किस्त भरते थे। रुपये न होने व किस्त भर न पाने से परेशान थे।

    विपिन कुमार मजदूरी कर परिवार का गुजारा चलाते थे। पत्नी आराधना ने बताया कि जो भी वह कमाते थे, उससे घर का खर्च नहीं चल पाता था। इस पर उन्होंने चार प्राइवेट बैंकों से 20-30 हजार कर्ज ले रखा था। बैंक कर्मी सप्ताह में घर आकर किस्त ले जाते थे।

    पिछले कई सप्ताह से रुपये न होने पर पति कर्ज नहीं भर पा रहे थे। मंगलवार सुबह 11:30 बजे बैंक के कर्मी किस्त लेने के लिए घर आए। पति उनके सामने नहीं आए। इस पर बैंक कर्मी जल्द किश्त जमा करने की बात कह चले गए। उनके जाने के बाद पति परेशान हो गए और घर से निकलकर पास की दुकान पर जाकर बैठ गए।

    एक घंटे बाद खाना बनने पर उन्हें बुलाने पहुंची। घर आकर पति ने खाना खाया। इसी बीच एक फोन आ गया। जिससे बात करते हुए वह छत पर चले गए। करीब दो बजे तक नीचे न आने पर जब देखने पहुंची तो छत के कुंडे से साड़ी से उन्हें लटका देखा।

    पत्नी का शोर सुन पहुंचे पड़ोसियों ने फंदे से नीचे उतारा और जीवित समझ सीएचसी मियागंज ले गए। यहां डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। पत्नी के अनुसार उसे यह नहीं पता पति ने किस बैंक से कितना कर्ज लिया था। जो कर्मी उसके घर आए थे वह किस बैंक के थे, यह भी वह नहीं जानती।

    विपिन तीन भाइयों में दूसरे नंबर का था। एक बेटी अंशिका व दो बेटे वंश व अंश हैं। पत्नी आराधना के अलावा अन्य स्वजन बेहाल हैं। एसओ प्रदीप सिंह ने बताया कि आरोप जैसी कोई तहरीर नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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