मोपेड पलटने से रात भर सड़क पर पड़ा रहा किसान, समय पर इलाज न मिलने पर हुई मौत; 9 दिन पहले बेटी ने की थी आत्महत्या
उन्नाव के चकलवंशी में सब्जी बेचकर लौट रहे किसान राजू रावत की मोपेड ढलान पर पलट गई। सिर में गंभीर चोट लगने से वह रात भर सड़क पर पड़े रहे और समय पर इलाज ...और पढ़ें

प्रतीकात्मक तस्वीर
संवाद सूत्र, जागरण उन्नाव। चकलवंशी में साप्ताहिक बाजार से सब्जी व गाजर बेचकर लौट रहे किसान की मोपेड सोमवार रात गांव के बगीचे के पास ढलान में पलट गई। सिर में गंभीर चोट से वह उठ नहीं पाए। रात भर सर्दी में पड़े रहने व समय से इलाज न मिलने पर उनकी मौत हो गई। सुबह शव देख स्वजन बेहाल हो गए। नौ दिन पहले ही वृद्ध की मानसिक बीमार बेटी ने फंदा लगा जान दे थी।
माखी क्षेत्र के गांव रूकनापुर निवासी 56 वर्षीय राजू रावत गांव के बाहर अपने अमरूद के बगीचे में झोपड़ी बना कर परिवार के साथ रहते थे। वहीं खेत में सब्जी व गाजर बोए थे। सोमवार दोपहर घर से मोपेड पर सब्जी-गाजर व अमरूद लादकर बेचने के लिए गुलाबखेड़ा की साप्ताहिक बाजार गए थे।
रात लगभग 8:30 बजे बाजार से घर लौट रहे थे। गांव के पहले बगीचे वाले रास्ते से जाते समय ढलान पर मोपेड अनियंत्रित होकर पलट गयी। जिससे उनकी मौत हो गई। दिवंगत राजू की बेटी सुभाषिनी ने 22 दिसंबर को खेत में ही अमरूद के पेड़ से फंदा लगा जान दे दी थी।
15 वर्ष पहले पत्नी श्रीमती की मौत हो चुकी है। बहन की मौत के नौ दिन बाद पिता की मौत से बड़ा बेटा विकास, छोटा महाबीर व छोटी बहन नेहा बेहाल हैं। बच्चों के सिर से माता-पिता का साया उठ गया।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।