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    सावधान! Mobile Sim से हो रहा खतरनाक फ्रॉड, इन तरीकों से रहें सतर्क

    उन्नाव में मोबाइल सिम कार्ड लेते समय सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। साइबर अपराधी आपकी आइडी से सिम लेकर धोखाधड़ी कर रहे हैं। संचार साथी पोर्टल से आप पता कर सकते हैं कि आपकी आइडी से कितने सिम चल रहे हैं। एक कंपनी के नौ सिम एक्टिवेट हो सकते हैं। सीबीआइ ने फर्जी सिम एक्टिवेट करने वालों पर रिपोर्ट दर्ज की है।

    By Mohit Pandey Edited By: Nirmala Bohra Updated: Sat, 17 May 2025 05:46 PM (IST)
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    Cyber Crime: मोबाइल सिम लेते समय रहें सावधान, साइबर अपराध में हो रहे प्रयोग. Jagran Graphics

    जागरण संवाददाता, उन्नाव । Cyber Crime: मोबाइल सिम कार्ड लेते समय बेहद सावधान रहें। आपकी आइडी से एक बार में तीन सिम एक्टिवेट हो सकते हैं। एक आपको मिलता है, अन्य ऊंचे दाम पर साइबर अपराधियों को बेंच दिए जाते हैं।

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    साइबर अपराधी आपकी आइडी से जारी सिम का प्रयोग कर भोलेभाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर उनकी गाढ़ी कमाई पर हाथ साफ कर रहे हैं। मोबाइल का सिम लेने के लिए ऐसे दुकानदार को चुनें, जिसे आप जानते हो और उस पर पूरा भरोसा करते हों। मौजूदा समय में आफर का लालच देकर जालसाज आपकी आइडी से कई सिम एक्टिवेट कर आपके लिए मुसीबत पैदा कर सकते हैं।

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    साइबर थाना के एक्सपर्ट बताते हैं कि कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल पर संचार साथी पोर्टल को डाउनलोड कर अपना आधार नंबर डालकर यह पता कर सकते हैं कि उनकी आइडी से कितने सिम चल रहे हैं। यदि दो से तीन सिम चलते मिलें तो वहीं शिकायत दर्ज करा सिम को बंद करा सकते हैं।

    एक कंपनी के नौ सिम हो सकते एक्टिवेट

    एसपी दीपक भूकर ने बताया कि आपकी आइडी से एक कंपनी के अधिकतम नौ सिम एक्टिवेट किए जा सकते हैं। एक बार में आंख की स्कैनिंग, आधार कार्ड और बायोमैट्रिक (अंगूठा लगवाकर) जालसाज तीन सिम एक्टिवेट कर लेते हैं।

    कुछ इस तरह झांसे में लेते जालसाज

    सिम देने वाला यदि जालसाज है तो वह आंख की एक बार स्कैनिंग कर यह कहेगा कि अभी स्कैन नहीं हुआ, दोबारा आपको फिर से खड़ा कर आंख की स्कैनिंग करेगा। यही प्रकिया अंगूठा लगवाने में भी की जाती है। यदि ऐसा होता है तो तत्काल सावधान हो जाएं।

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    सीबीआइ ने 39 लोगों पर दर्ज की रिपोर्ट

    सीबीआइ टीम ने फर्जी सिम एक्टिवेट किए जाने की शिकायतों पर जांच की तो कई राज्यों में टेलीकाम शाप वालों की जालसाजी पकड़ में आ गई। उन्नाव के भगवंतनगर में भी आशीष भी सीबीआइ के रडार में आया है। उसने भी एक आइडी पर कई सिम एक्टिवेट कर साइबर अपराधियों को बेचे हैं। सीबीआइ ने अन्य के साथ उस पर भी एफआइआर दर्ज की है।

    मोबाइल सिम लेते समय बेहद सतर्क रहें। सिम एक्टिवेट होने के बाद तत्काल संचार सारथी पोर्टल पर जाकर यह चेक करें कि जो आइडी आपने दी, उससे कितने और सिम एक्टिवेट हुए हैं। यदि ऐसा है तो पोर्टल पर ही शिकायत दर्ज करा सिम बंद कराएं और जहां से सिम लिया उसकी शिकायत पुलिस से करें। - दीपक भूकर, एसपी