रेलवे ट्रैक पार करके स्कूल जा रही थी छात्रा, कोहरे के कारण नहीं दिखाई दी ट्रेन; चपेट में आने से दोनों पैर कटे
उत्तर प्रदेश के सीतापुर में एक दुखद घटना घटी। रेलवे ट्रैक पार कर स्कूल जा रही एक छात्रा कोहरे के कारण ट्रेन नहीं देख पाई और उसकी चपेट में आ गई, जिससे ...और पढ़ें

रेलवे ट्रैक पार करके विद्यालय जा रही थी कक्षा 11 की छात्रा। प्रतीकात्मक
संवाद सूत्र, नैमिषारण्य (सीतापुर)। रेलवे ट्रैक को पार करके विद्यालय जा रही छात्रा के लिए गुरुवार सुबह कोहरा बड़ी मुसीबत बन गया। कोहरे के कारण वह ट्रैक पर ट्रेन देख नहीं पाई। ट्रेन की चपेट में आने से छात्रा के दोनों पैर कट गए। लखनऊ के ट्रामा सेंटर में इलाज चल रहा है।
भट्ठापुरवा गांव की सिद्धा पुत्री अंबिका प्रसाद स्वर्गीय मूलचंद महतिया इंटर कालेज नैमिषारण्य में कक्षा 11 की छात्रा है। गुरुवार सुबह वह विद्यालय जा रही थीं। घना कोहरा था। वह, गांव के पास से ही निकले ट्रैक को पार कर रही थी। इसी बीच ट्रेन आ गई और सिद्धा चपेट में आ गईं। इसमें उनके दोनों पैर कट गए। लोको पायलट ने ट्रेन रोक दी।
आसपास के लोगों की मदद से सिद्धा को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नैमिषारण्य भेजा, जहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल के चिकित्सकों ने सिद्धा को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया। थानाध्यक्ष नवनीत मिश्र ने बताया कि सिद्धा के परिवारजन इलाज को लेकर लखनऊ गए हैं। वापस आने पर उनसे पूछताछ करके घटना के कारणों का पता लगाया जाएगा।
कृत्रिम पैर बन सकते सहारा
सिद्धा के दोनों पैर कट गए हैं, लेकिन उम्मीद की किरण बाकी है। जिला अस्पताल के सर्जन डा. गौरव मिश्र बताते हैं कि ऐसे मामलों में संक्रमण फैलने की ज्या आशंका होती है। अगर संक्रमण न फैला तो घाव ठीक होने के बाद सिद्धा के कृत्रिम पैर लगाए जा सकते हैं, जिसे भारतीय कृत्रिम अंग निर्माण निगम (एलिम्को) बनाता है।

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