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    ‘हमें छोड़कर कहां चले गए पापा, मम्मी भी कुछ नहीं बोल रहीं’, मासूम के विलाप पर नम हुईं लोगों की आंखें

    Updated: Fri, 26 Dec 2025 02:59 PM (IST)

    शाहजहांपुर में एक मासूम बच्चे के विलाप ने लोगों की आंखें नम कर दीं। बच्चा बार-बार यही कह रहा था कि 'हमें छोड़कर कहां चले गए पापा, मम्मी भी कुछ नहीं बो ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, शाहजहांपुर। पापा तुम तो कहकर गए थे कि चीज लेकर आओगे, लेकिन कहां चले गए। मम्मी भी कुछ नहीं बोल रहीं। उठो पापा...देखाे सूर्य और निधि भी बात नहीं कर रहे। आठ वर्षीय परी के सामने जब उसके माता पिता व भाई बहन के शव आए तो उसकी समझ में ही नहीं आ रहा था कि क्या हो गया।

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    हादसे की जानकारी रात में ही मिल गई थी, लेकिन उसको यकीन न था कि जिन भाई बहनों के साथ वह कुछ घंटों पहले खेल रही थी वे अब इस दुनिया में नहीं हैं। चीज दिलाने का दिलासा देकर गए माता पिता का साया उसके सिर से हमेशा के लिए उठ चुका है।

    बाबा बाबूराम को झंझोड़कर बाेली कि यह लोग इस तरह क्यों लेटे हैं। इन्हें उठाओ, नहींं तो हम भी कभी बात नहीं करेंगे, निरुत्तर बाबूराम उसे सीने से लिपटाकर बिलख पड़े तो वहां मौजूद अन्य लोगों की आंखें भी नम हो गईं। इतना ही बोल सके बिटिया अब लल्ला कभी तुम्हारे लिए चीज नहीं लाएंगे। पास बैठीं पत्नी लल्ली तो बार-बार बेहोश हो रहीं थीं।

    रोजा में जंक्शन के पास रेल लाइन पार करते समय गरीब रथ ट्रेन से कटकर सेठपाल, उनकी पत्नी पूजा, बेटी निधि व बेटे सूर्यांश की मृत्यु हो गई थी। बाइक चला रहे सेठपाल के साढ़ू हरिओम की भी जान चली गई थी। गुरूवार सुबह चारों के शव विक्रमपुर उर्फ बिकन्ना गांव में लाए गए तो वहां लोगों का विलाप मजबूत दिल वालों की आंखें भी नम कर गया।

    बुजुर्ग बाबूराम बार-बार बेटे व बहू को आवाज लगा रहे थे। कह रहे थे कि लल्ला तुम कहां चले गए। सेठपाल की बहन पिंकी निधि व सूर्यांश के लिए नए कपड़े खरीदकार लाईं थीं। उन कपड़ों को सीने से चिपटाकर कह रहीं कि अब इन्हें कौन पहनेगा।

    हादसे की जानकारी मिलने के बाद गांव में मातम पसरा हुआ है। अधिकांश घरों में चूल्हा तक नहीं जला। खुशमिजाज सेठपाल व उनके पत्नी और बच्चों के निधन से लोग भावुक थे।

    सदमे में है मां

    सेठपाल चार भाइयो में दूसरे नंबर पर थे। दो बहनें सुनीता व पिंकी हैं। भाई ब्रह्मपाल ने बताया कि सेठपाल ने घर से निकलते समय कहा था कि वह शाम को हरिओम के साथ उनके जाएंगे और गुरुवार को वापस लौट आएंगे, लेेकिन यह नहीं पता था कि अब भाई से यह अंतिम बार बात हो रही है। मां लल्ली को गहरा सदमा लगा है।

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