मथुरा में दोहरे हत्याकांड से आक्रोश, पिता ने हत्यारों की गिरफ्तारी तक अंतिम संस्कार से किया इनकार
मथुरा में दो सगे भाइयों की हत्या के बाद पिता ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। पुलिस के आश्वासन के बाद जि ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, मथुरा। दो सगे भाइयों की हत्या के बाद मंगलवार सुबह पिता ने अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। पिता का कहना था कि पहले हत्यारे गिरफ्तार किया जाए, इसके बाद ही वह दोनों बेटों का अंतिम संस्कार कराएंगे। सूचना पर पुलिस विभाग में खलबली मच गई।
कई थाना पुलिस के साथ सीओ रिफाइनरी मौके पर पहुंची। एक घंटे हुई बैठक के बाद पुलिस ने चार दिन में आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन लेकर परिजन को मनाया। पिता ने चेतावनी देते हुए कहा कि हत्यारे गिरफ्तार नहीं हुई तो सात दिन बाद पूरा बंजारा समाज जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना शुरू करेगा। आश्वासन के बाद परिवारीजन ने अंतिम संस्कार करने की तैयारी शुरू की।
बचन सिंह ने लगाए आरोप
फरह थाना क्षेत्र के गांव पीलुआ में बंजारे का नगला में बचन सिंह उर्फ बच्चू के तीन बेटे साहब सिंह, तिलक सिंह और विनोद सिंह थे। तिलक सिंह ने गोवर्धन के पंचमुखी गांव में अपना मकान बनवा लिया। पिता बचन सिंह गोवर्धन में तिलक के परिवार के साथ रहते हैं। गांव के मकान में साहब सिंह और विनोद परिवार के साथ रहते थे। रविवार शाम को तिलक सिंह गांव में घूमने आए थे। पिता का आरोप है कि रात आठ बजे मकान में बिजली नहीं आने को लेकर तिलक सिंह ने प्रधान को फोन किया था। उनसे कहासुनी हो गई, जो गाली-गलौच में बदल गई।
बाइकों से हमला बोल दिया
आरोप है कि प्रधान तारा चंद्र बघेल ने गांव के दबंग राजू, संजू, विष्णु और पिलकू से कह दिया कि तिलक सिंह उनको भी गालियां दे रहा है। इसके बाद सभी बाइकों से हमला बोलने के लिए आ गए। इसकी जानकारी होने पर तिलक सिंह और विनोद गांव से भागने लगे। आरोपितों ने बेरी से ओल जाने वाले मार्ग पर धर्मपुर नहर के समीप दोनों को पकड़ लिया और उनकी लाठी-डंडों व सरिया से पीट-पीटकर मरणासन्न हालत में छोड़कर फरार हो गए। रात साढ़े 11 बजे पुलिस ने उनको सूचना दी कि सड़क हादसे में उनके बेटे घायल हो गए हैं। इसके बाद मौके पर पहुंचे तो दोनों बेटे लहूलुहान हालत में पड़े मिले।
अस्पताल में मौत
दोनों को अस्पताल लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने तिलक सिंह को मृत घोषित कर दिया, वहीं विनोद कोमा में चले गए। सोमवार दोपहर एक बजे विनोद की भी मृत्यु हो गई। पिता का आरोप है कि आरोपितों ने उनके दोनों बेटों की पीट-पीटकर हत्या कर दी। पिता के प्रार्थना पत्र पर पुलिस ने पांच नामजद व अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके आरोपितों की तलाश शुरू कर दी। वहीं मेडिकल बोर्ड व वीडियो ग्राफी पैनल से दोनों भाइयों के शव का पोस्टमार्टम कराकर स्वजन के सिपुर्द कर दिया।
पिता ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की
मंगलवार सुबह पिता ने हथियारों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए शब्दों का अंतिम संस्कार करने से इनकार कर दिया। पिता ने कहा कि जब तक पुलिस आरोपितों को गिरफ्तार नहीं करेगी, वह बेटों की चिता पर आग नहीं लगने देंगे। सूचना पर हाईवे, रिफाइनरी, फरह समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंच गई। पुलिस ने बैठक करके पिता को काफी समझाया, लेकिन वह मांग पर अड़े रहे।
थाना प्रभारी ने दिया आश्वासन
फरह थाना प्रभारी संजय पांडे ने चार दिन में आरोपितों को गिरफ्तार करने का आश्वासन देकर परिवारीजन को मनाया। पिता ने पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा कि चार दिन में आरोपित गिरफ्तार नहीं हुई तो पूरा बंजारा समाज सात दिन बाद जिलाधिकारी कार्यालय पर धरना लगा कर बैठेगा। पुलिस के आश्वासन के बाद स्वजन ने अंतिम संस्कार की तैयारी शुरू कर दी।

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