अमरोहा में भी स्लीपिंग माडयूल तैयार करने में कामयाब रहा था सैफुल्ला, यहां के मदरसे में पढ़ा था अबु हमजा
Amroha News पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा के डिप्टी चीफ सैफुल्ला की हत्या कर दी गई जिसका अमरोहा से भी संबंध था। सैफुल्ला और उसके साथी अबु हमजा जो अमरोहा के मदरसे में पढ़ा था ने मिलकर स्लीपिंग मॉड्यूल तैयार किया था। वाराणसी के संकटमोचन मंदिर पर हमले में शामिल अमरोहा के दो आतंकियों को पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया था। सैफुल्ला भारत में आतंकी घटनाओं का मास्टरमाइंड था।
जागरण संवाददाता, अमरोहा। लश्करे तैयबा का डिप्टी चीफ सैफुल्ला पाकिस्तान में मारा गया है। उसका कनेक्शन अमरोहा से भी रहा है। सैफुल्ला का साथी अबु हमजा अमरोहा के एक मदरसे में पढ़ा था। 2010 में वह सीमा पर मुठभेड़ के दौरान सेना ने मार गिराया था। जबकि सैफुल्ला व अबु हमजा उससे पहले ही अमरोहा में स्लीपिंग माड्यूल तैयार कर चुके थे।
वाराणसी के संकटमोचन मंदिर पर हमला करने वाले इनके अमरोहा निवासी दो साथियों शाद व रिजवान को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। दोनों को अदालत दोषी मानते हुए सजा भी सुना चुकी है।
पाकिस्तान में लश्करे तैयबा के आतंकी सैफुल्ला की हत्या कर दी गई है। सैफुल्ला भारत में की आतंकी घटनाओं को अंजाम देने का मास्टर माइंड था। रामपुर के सीआरपीएफ हमला भी उसकी ही नापाक सोच का नतीजा था। वह अपने साथी आतंकी अबु हमजा के माध्यम से पश्चिमी यूपी में नेटवर्क खड़ा करने की तैयारी कर चुका था। हालांकि खुफिया एजेंसियों ने उसके इस नेटवर्क को ध्वस्त कर दिया था। सूत्र बताते हैं कि 2004 के बाद से वह इस मिशन में लगा था।
अबु हमजा को सेना ने मार गिराया था
दरअसल अबु हमजा को सेना ने 2010 में एलओसी पर मुठभेड़ में मार गिराया था। अब हमजा अमरोहा के एक मदरसे का छात्र रहा था। उसके माध्यम से ही सैफुल्ला ने यहां स्लीपर सेल तैयार किए थे। जिसका परिणाम मार्च 2006 में वाराणसी के संकटमोचन मंदिर पर हमले के रूप में सामने आया था। अबु हमजा के इशारे पर संकटमोचन मंदिर पर हमला करने वालों में अमरोहा निवासी आतंकी शाद व रिजवान भी शामिल रहे थे। जिन्हें 2007 में एटीएस ने गिरफ्तार कर लिया था।
चकमा देकर निकल गया था अबु हमजा
उसी समय सैफुल्ला व अबु हमजा का नाम काफी चर्चा में रहा था। संकटमोचन हमले में शाद व रिजवान को दोषी मानते हुए अदालत ने सजा भी सुनाई है। खुफिया एजेंसियों को 2008 में अबु हमजा की लोकेशन मुरादाबाद मंडल में मिली थी। परंतु वह चकमा देकर बच निकला था। अब सैफुल्ला की हत्या के बाद एक बार फिर अबु हमजा, शाद व रिजवान की गिरफ्तारी तथा उसका मुरादाबाद मंडल से कनेक्शन चर्चा में आया है।
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