संत कबीर नगर में दो जिलों के सीमा विवाद में फंसा बालू खनन का पट्टा, बातचीत के बाद भी विवाद बरकरार
उत्तर प्रदेश के संत कबीर नगर में बालू खनन का पट्टा दो जिलों के सीमा विवाद में फंसा हुआ है। बातचीत के बाद भी विवाद का समाधान नहीं हो सका है। सीमांकन को ...और पढ़ें

प्रदर्शन करते ग्रामीण। जागरण
जागरण संवाददाता, धनघटा। सरयू नदी की तलहटी में बालू खनन के पट्टे की सीमा को लेकर विवाद शुरू हो गया है। गुरुवार को धनघटा तहसील क्षेत्र के तेजपुर के ग्रामीणों ने विरोध प्रदर्शन कर खनन कार्य रोक दिया। सीमा विवाद को लेकर पूरे दिन हंगामा चला लेकिन कोई हल नहीं निकल पाया।
ग्रामीणों की मांग पर सीमा विवाद के निस्तारण के लिए दोनों जनपदों आंबेडकर नगर और संतकबीर नगर के राजस्व विभाग की टीमें मौके पर पहुंचीं, लेकिन पैमाइश को लेकर सहमति नहीं बन सकी और विवाद बरकरार रहा।
जानकारी के अनुसार अम्बेडकरनगर जनपद की टांडा तहसील अंतर्गत मांझा केवटली क्षेत्र में बालू खनन का पट्टा आवंटित किया गया है। पट्टा मिलने के बाद ठीकेदार द्वारा बालू खनन के लिए धनघटा तहसील क्षेत्र के तेजपुर गांव के सिवान में तैयारी शुरू कर दी गई। इसकी जानकारी होते ही तेजपुर गांव के प्रधान राजेंद्र के नेतृत्व में दर्जनों ग्रामीण मौके पर पहुंचे और आपत्ति जताते हुए खनन कार्य रुकवा दिया।
इसके बाद ठीकेदार ने अम्बेडकरनगर जनपद के टांडा तहसील के एसडीएम से शिकायत की। सीमा विवाद सामने आने पर गुरुवार को टांडा तहसील के एसडीएम, तहसीलदार और सीओ राजस्व कर्मियों के साथ मौके पर पहुंचे और जमीन की पैमाइश कराई। हालांकि तेजपुर गांव के ग्रामीणों ने इस पैमाइश को मानने से इनकार कर दिया।
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इसी क्रम में धनघटा तहसील की राजस्व विभाग की टीम भी पैमाइश के लिए मौके पर पहुंची। ग्रामीणों का कहना है कि सीमा विवाद की पैमाइश संतकबीरनगर जनपद की सीमा से शुरू की जानी चाहिए, न कि अम्बेडकरनगर की सीमा से। उनका आरोप है कि मनमाने तरीके से पैमाइश कर संतकबीरनगर की सीमा में आने वाली जमीन को अम्बेडकरनगर के पट्टे में शामिल किया जा रहा है, जिसे वे किसी भी हाल में स्वीकार नहीं करेंगे।
ग्रामीण महातम, सुदामा, संत प्रसाद, रामकरन, राजेश और चंद्रभान सहित अन्य ने स्पष्ट किया कि जब तक सीमा विवाद का स्थायी समाधान नहीं हो जाता, तब तक बालू खनन शुरू नहीं होने दिया जाएगा।
पैमाइश के बाद निकलेगा समाधान : तहसीलदार
तहसीलदार धनघटा रामजी ने बताया कि जमीन की पैमाइश के लिए राजस्व विभाग की टीम भेजी गई है। उन्होंने कहा कि पैमाइश पूरी होने के बाद सीमा विवाद का समाधान निकाल लिया जाएगा।

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