Sambhal News: संभल के 10 पौराणिक कूप वंदन योजना के तहत संवारे जाएंगे, 1.9 करोड़ होंगे खर्च
संभल में वंदन योजना के तहत 10 पौराणिक कूपों का सुंदरीकरण किया जाएगा। इन कूपों ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व है। नगर पालिका ने इन कूपों को चिह्नित कर प्रस्ताव तैयार किया है। स्वीकृति मिलते ही इन कूपों को नया रूप देने का कार्य शुरू होगा। हाल ही में राजस्व विभाग द्वारा 19 पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व के कूपों की खोज की गई थी।

संवाद सहयोगी, संभल। नगर पालिका की ओर से वंदन योजना के तहत 10 पौराणिक कूपों का सुंदरीकरण कराया जाएगा। ये कूप संभल की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक विरासत का हिस्सा हैं, जो 19 कूपों में शामिल हैं। जिन्हें संरक्षित करने की दिशा में पालिका ने कूपों को चिह्नित किया है।
पालिका ने इसके लिए एक प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जो शासन को भेज दिया है। स्वीकृति मिलने के बाद जल्द ही इन कूपों को नया रूप देने का कार्य शुरू किया जाएगा।
दरअसल, हाल ही में राजस्व विभाग द्वारा 19 पौराणिक और सांस्कृतिक महत्व के कूपों की खोज की गई थी। ये कूप ऐतिहासिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं और लंबे समय से उपेक्षा का शिकार रहे हैं। यहां पूजा अर्चना होती थी, लेकिन समय के साथ यह विलुप्त होते गए। इनकी खोदाई और सफाई का कार्य नगर पालिका द्वारा किया गया, जिससे वर्षों से मिट्टी और कचरे से भरे ये जलस्रोत पुनर्जीवित हो सके।
10 कूपों के प्राथमिकता के आधार पर लिया गया निर्णय
नगर पालिका ने इनमें से 10 कूपों को प्राथमिकता के आधार पर विकसित करने का निर्णय लिया है। इनका सुंदरीकरण वंदन योजना के तहत किया जाएगा, जिसमें उनकी मरम्मत, जल की स्वच्छता सुनिश्चित करने और आसपास के क्षेत्र को विकसित करने की योजना है।
नगर पालिका द्वारा तैयार किए गए प्रस्ताव के अनुसार, इन कूपों के जीर्णोद्धार के लिए विभिन्न कार्य किए जाएंगे। जैसे कूपों की गहराई बढ़ाने और उनमें जमा कचरे को हटाने का कार्य पहले चरण में किया जाएगा। जलस्रोतों के चारों ओर सुरक्षा दीवार बनाई जाएगी, जिससे वे सुरक्षित रहें। कूपों के पास हरियाली विकसित की जाएगी और बैठने के लिए स्थान बनाए जाएंगे, लाइटिंग आदि की व्यवस्था की जाएगी, प्रत्येक कूप नजदीक उसके ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व को दर्शाने के लिए एक बोर्ड भी लगाया जाएगा।

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नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी डॉ. मणिभूषण तिवारी ने बताया कि इस योजना का उद्देश्य इन कूपों को संरक्षित करने के साथ ही जनसामान्य को उनके महत्व से अवगत कराना भी है। संभल और इसके आसपास के क्षेत्रों में स्थित ये कूप प्राचीन समय में जल आपूर्ति के प्रमुख स्रोत हुआ करते थे। इनमें से कई कूप धार्मिक व ऐतिहासिक महत्व भी रखते हैं।
इन कूपों को सुंदरीकरण के लिए किया है चिह्नित
बलिकूप, सप्तसागर कूप, विमल कूप, कृष्ण कूप, अकर्ममोचन कूप, विष्णु कूप, मृत्यु कूप, वायु कूप, जमदग्नि महाकूप और अशोक कूप के सुंदरीकरण के लिए 1 करोड़ 9 लाख रुपये का प्रस्ताव नगर पालिका ने तैयार किया है।
चतुर्मुख कूप को बनाया जा रहा मॉडल कूप
आलम सराय स्थित 19 कूपों में शामिल धार्मिक और सांस्कृतिक चतुर्मुख कूप को माडल कूप के रूप में तैयार किया जा रहा है। वंदन योजना के तहत 17 लाख रुपये की लागत से इस कूप को संवारा जा रहा है। लाल बलुआ पत्थर का गेट बनाया जा रहा है। गेट के निर्माण में पारंपरिक शिल्पकला का समावेश किया जाएगा।
लाल बलुआ पत्थर का उपयोग इसे ऐतिहासिक और पौराणिक स्थापत्य कला की झलक प्रदान करेगा। करीब 30 फीट तक इसकी खोदाई कराके तली में आरसीसी कराई गई है। आने वाले समय में यह कूप शहर की अलग ही पहचान बनेगा और लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेगा।

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