संभल हिंसा: पांच लोगों की मौत का जिम्मेदार पुलिस को ठहराया, दारोगा ने सोशल मीडिया यूजर पर दर्ज कराई FIR
संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा में मारे गए पांच लोगों की मौत के लिए पुलिस को जिम्मेदार ठहराते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा जो भ्रामक अफवाह फैलाएगा और माहौल खराब करने की कोशिश करेगा।

संवाद सहयोगी, संभल। जामा मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर के सर्वे के दौरान भड़की हिंसा में मारे गए पांच लोगों का जिम्मेदार पुलिस बताकर और पुलिस से बदला लेने की धमकी देते हुए युवक ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट वायरल की है।
मामले में पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि ऐसे किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, जो भ्रामक अफवाह फैलाएगा और माहौल खराब करने की कोशिश करेगा।
24 नवंबर को सर्वे के दौरान भड़की थी हिंसा
दरअसल, जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताते हुए हिंदू पक्ष की ओर से जिला न्यायालय में वाद दायर किया गया था। 19 नवंबर को जामा मस्जिद में एडवोकेट कमिश्नर की ओर से पहला सर्वे हुआ था। इसके बाद 24 नवंबर को दूसरा सर्वे चल रहा था।
इसी दौरान जामा मस्जिद के नीचे मुहल्ला कोटगर्बी में भीड़ एकत्र हो गई थी। पुलिस ने लोगों को काफी समझाया भी था, लेकिन भीड़ हिंसक हो गई और पुलिस पर पथराव के साथ फायरिंग और वाहनों में आगजनी की घटना को अंजाम दिया गया था। वहीं उपद्रवियाें की गोली से भीड़ में शामिल पांच लोगों की मौत भी हो गई थी।
मामले में पुलिस ने कार्रवाई शुरू की और अब तक 79 उपद्रवियों को जेल भेजा जा चुका है, जबकि शुक्रवार की शाम 74 उपद्रवियों के फोटो लगी फ्लेक्सी जामा मस्जिद के पीछे दीवार पर लगाई है। वहीं, इंटरनेट मीडिया पर भी कुछ लोग भ्रामक पोस्ट डालकर माहौल खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।
दारोगा की ओर से दर्ज कराई गई एफआईआर
इसी क्रम में साइबर थाने में उप निरीक्षक सतीश कुमार मोरल की ओर से एक प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। जिसमें बताया गया है कि संभल में हुई हिंसा को देखते हुए वह इंंटनेट मीडिया की निगरानी कर रहे थे। 15 फरवरी को सवा तीन बजे इंटरनेट मीडिया के एक प्लेटफॉर्म पर क्रेजी आदी नामक आईडी से एक शॉर्ट वीडियो जारी किया गया।
वीडियो में हिंसा के दौरान पुलिस पर पांच युवकों की गोली मारकर हत्या कर देना लिखकर पोस्ट किया गया था। जबकि एक युवक संभल पुलिस की फोटो के माध्यम से बदला लेने की धमकी देता दिखाई दे रहा है। पुलिस का कहना है कि संभल में सांप्रदायिक सौहार्द और माहौल खराब करने के उद्देश्य से यहा वीडियो जारी किया गया है। पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही वह पुलिस की गिरफ्त में होगा।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।