Sambhal Violence: पुलिस के पास आ रहीं गुमनाम चिट्ठियां, लिखी है ऐसी बात; अधिकारियों ने तुरंत शुरू की जांच
24 नवंबर 2024 को हरिहर मंदिर बनाम जामा मस्जिद विवाद पर हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई तेज हो गई है। अब तक 76 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस टेलीकॉम कंपनियों से मिले डाटा और गुमनाम चिट्ठियों के आधार पर बाहरी लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है। संदिग्धों के पोस्टर जारी किए गए हैं और दिल्ली-एनसीआर में भी दबिश दी जा रही है।

संवाद सहयोगी, बहजोई। हरिहर मंदिर बनाम जामा मस्जिद को लेकर 24 नवंबर 2024 को संभल में हुई हिंसा के बाद पुलिस की कार्रवाई में अब और अधिक तेजी आने लगी है। पुलिस अब तक 76 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेज चुकी है। इनसे पूछताछ में पुलिस को भी अहम सुराग हाथ लग रहे हैं।
कई लोगों से हिरासत में लेकर भी पूछताछ की जा रही है जिनके आधार पर वांछित चल रहे लोगों की गिरफ्तारी के प्रयास किया जा रहे हैं। पुलिस की टीम में न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि दिल्ली एनसीआर में भी आरोपितों की तलाश में दबिश भी दे रही है।
उधर पुलिस की कार्रवाई के चलते संभल के हिंदूपुर खेड़ा, दीपा सराय और मुहल्ला कोट गर्वी समेत कई स्थानों पर फरार हुए लोगों के घरों में ताले लटके हुए हैं। खास बात यह है कि पुलिस ने हिंसा के दौरान बाहर से आने वाले लोगों के डाटा को खंगालने के लिए टेलीकाम आपरेटर कंपनियों से भी डाटा लिया है, जिसके जरिए 24 नवंबर की हिंसा से पूर्व और बाद के अलावा अन्य दिनों में संदिग्ध लोगों के साथ बातचीत हुई।
पुलिस ने ऐसे अज्ञात लोगों के पोस्टर भी जारी कर दिए हैं जिनके चेहरे सीसीटीवी फुटेज और ड्रोन कैमरे की मदद से ली वीडियो में दिखाई दे रहे थे। कई अन्य आरोपितों के पोस्टर जल्द ही संभल पुलिस जारी कर सकती है। फिलहाल पुलिस अन्य टेलीकाम आपरेटर से प्राप्त 150 से अधिक लोगों के डाटा का विश्लेषण कर जांच कर रही है। यह डाटा संभल सर्विलांस पुलिस के पास में है।
गुमनाम चिट्ठियों से भी मिल रही पुलिस को मदद
ऐसी गुमनाम चिट्ठियों के आधार पर भी पुलिस जांच कर रही है, जिन्हें पुलिस ने अलग अलग माध्यम से प्राप्त किया है। इन चिट्ठियों में यह सूचना दी गई है कि बाहर से लोगों को बुलाया गया था और हिंसा के दौरान कुछ बड़ी घटना करने की तैयारी थी। गोपनीय सूचना के आधार पर पुलिस जांच कर रही है।
एसपी के अनुसार गुमनाम चिट्ठियों के जरिए पुलिस को काफी सुराग लगे हैं, जिससे संदिग्ध और हिंसा के आरोपितों तक पहुंचने में मदद मिल रही है। टेलीकाम आपरेटर से प्राप्त डाटा के आधार पर भी बाहरी लोगों को बुलावे का कनेक्शन उजागर हो सकता है।
संभल हिंसा में शामिल किसी भी आरोपित को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस इसको लेकर सभी साक्ष्यों का संकलन करते हुए कार्रवाई कर रही है। 76 लोग जेल भेजे जा चुके हैं, जिनकी पूछताछ पर अन्य लोगों की तलाश जारी है। दो अज्ञात लोगों के पोस्टर जारी हुए हैं। अन्य के भी जल्द जारी होंगे। टेलीकाम आपरेटर से प्राप्त डाटा और गुमनाम चिट्ठियों के आधार पर बाहरी लोगों के आने की भी डिटेल खंगाली जा रही है। -कृष्ण कुमार बिश्नोई, एसपी, संभल
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