'सूची जारी करो नहीं तो यहां से शव जाएगा', बरसात में भी अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे शिक्षक
चंदौसी में शिक्षकों का ऑफलाइन स्थानांतरण सूची जारी करने की मांग को लेकर आंदोलन तेज हो गया है। गांधी पार्क में धरना दे रहे शिक्षकों ने सरकार से सूची जारी करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक सूची जारी नहीं होती वे धरना स्थल से नहीं हटेंगे। शिक्षकों ने गांधी जयंती पर संकल्प दोहराया और बारिश में भीगने के बावजूद आंदोलन जारी रखा।

संवाद सहयोगी, चंदौसी। ऑफलाइन स्थानांतरण सूची जारी करने की मांग पर अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों का आंदोलन और उग्र हो गया। गुरुवार को गांधी पार्क स्थित नगर पालिका के अस्थाई कार्यालय परिसर में बैठे शिक्षकों ने साफ कहा कि या तो सरकार सूची जारी करे, नहीं तो अब उसका शव ही यहां से जाएगा।
बरसात आए या आंधी वह धरना स्थल से नहीं हटेंगे और जलभराव, कीचड़ में बैठकर आंदोलन जारी रहेगा। सूची जारी होने के बाद ही यह आंदोलन समाप्त होगा।
यहां बता दे कि 25 सितंबर की सुबह बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी के आवास पहुंचे और नारेबाजी करने लगे। आंदोलन की शुरुआत मंत्री आवास पर हुई थी। राज्यमंत्री गुलाब देवी ने शिक्षकों को समझाते हुए कहा कि सात जून से 27 जून तक ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत ही स्थानांतरण हो चुके हैं, शासनादेश के मुताबिक अब आफलाइन सूची जारी नहीं होगी।
जिनकी एनओसी जमा हो चुकी है, उन्हें अगले शैक्षिक सत्र में सुरक्षित रखा गया है। लेकिन शिक्षकों ने मंत्री की बात मानने से इंकार कर दिया और कहा कि अगर सूची जारी नहीं करनी थी तो पहले ही स्पष्ट किया जाता। आश्वासनों के बाद अब स्पष्ट इंकार धोखे जैसा है। हंगामे के बीच राज्यमंत्री उसी दिन लखनऊ चली गईं। उसके बाद भी शिक्षकों का धरना जारी रहा।
बाद में जेडी मनोज कुमार, सीओ मनोज कुमार और कोतवाली प्रभारी मोहित बालियान पुलिस बल के साथ पहुंचे और शिक्षकों को समझाने का प्रयास किया, परंतु शिक्षक नहीं माने, शुक्रवार की दोपहर को जिलाधिकारी राजेंद्र पेंसिया , एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई भारी पुलिस बल के मौके पर पहुंचे और सभी को राज्यमंत्री आवास से हटाकर गांधी पार्क स्थित नगर पालिका के अस्थाई कार्यालय परिसर में बैठा दिया। तब से गांधी पार्क में ही धरना चल रहा है।
गुरुवार को धरना स्थल पर ही राष्ट्रपिता महात्मा गांधी व पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती मना कर अपना संकल्प दोहराया। इससे पहले उन्होंने गांधी पार्क परिसर में झाडू लगाकर सफाई की, लेकिन दोपहर को अचानक झमाझम बरसात हो गई तो टैंट में पानी आने लगा और धरना स्थल पर भी पानी भर गया।
बरसात से बचने के लिए काफी शिक्षक इधर उधर हो गए, लेकिन शुुभेंद्र शरण त्रिपाठी सहित कई शिक्षक जलभराव के दौरान भी धरने पर बैठे रहे। इसी बीच कोतवाली प्रभारी निरीक्षक मोहित बालियान पुलिस के साथ पहुंचे और बरसात से बचने के लिए नगर पालिका कार्यालय में बैठने की अपील की, पर शिक्षक नहीं माने और बरसात में भींगने और परिसर में पानी भरने के बावजूद शिक्षकों ने धरना जारी रखा।
शिक्षकों का कहना है कि जब तक ऑफलाइन स्थानांतरण सूची जारी नहीं होगी, तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा। बरसात बंद होने के बाद नगर पालिका कर्मचारी मौके पर पहुंचे और धरना स्थल पर हुए भरे हुए पानी को निकाला।
इस दौरान समीर चौधरी, आरिफ, दिनेश, हाजी दानिश, प्रेमपाल सिंह, राकेश तिवारी, प्रियांक यादव, प्रभा, शीतल, सोनी, इंद्रकला, बिनीता, अमृतराज, सौम्या, राजरानी, पूजा मौर्या, ऊषा समेत बड़ी संख्या में शिक्षक-शिक्षिकाएं शामिल रहीं।
हमारी माता, बुआ जी राज्यमंत्री जी हमारे दर्द और पीड़ा को समझें और हमारी सूची को जारी कराए, जब तक सूची जारी नहीं होगी, न हम हटेंगे और न ही धरना खत्म करेंगे। चाहे बरसात आए या आंधी उनका आंदोलन जारी रहेगा। गुरुवार को 50 महिला व 100 पुरुष शिक्षक धरने पर बैठे है। जिसमें ठाकुर गुट , अटेला, के साथ बिजनौर से एमएलसी प्रत्याशी के साथ काफी शिक्षकों के साथ नगर पालिका अध्यक्ष लता वार्ष्णेय आदि काफी लोग उनके समर्थन में धरने पर आ रहे है और प्रदेश भर में शिक्षक उनके समर्थन में धरना प्रदर्शन कर रहे है। -शुभेंद्र शरण त्रिपाठी।
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