संभल हिंसा के मास्टरमाइंड शारिक साठा की पत्नी से पुलिस ने की पूछताछ, फंडिंग और संपत्ति के बारे में जुटाई जानकारी
24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में हुई हिंसा से शारिक साठा का संबंध निकला है। शारिक साठा दुबई में बताया गया है। शारिक साठा की पत्नी से पुलिस ने घंटों पूछताछ की है। पुलिस ने फंडिंग और संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई है। हिंसा में अब तक 76 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है।

जागरण संवाददाता, संभल। संभल हिंसा के मास्टरमाइंड कुख्यात शारिक साठा की पत्नी से पुलिस ने घंटों पूछताछ की है। पुलिस ने फंडिंग और संपत्ति के बारे में जानकारी जुटाई है। शारिक साठा के बारे में भी पुलिस ने पूछताछ की है। शारिक साठा दुबई में बताया गया है। बातचीत होती है या नहीं, यह भी पूछा गया है।
24 नवंबर 2024 को जामा मस्जिद सर्वे के विरोध में हुई हिंसा से शारिक साठा का संबंध निकला है। उसके घर पर पत्नी रौनक और अन्य स्वजन रह रहे हैं। हिंसा में अब तक 76 आरोपितों को पुलिस गिरफ्तार कर चुकी है। इनमें शारिक साठा के दो गुर्गे मुल्ला अफरोज व वसीम भी शामिल हैं। इन दोनों की गोलियों से ही हिंसा के दौरान भीड़ में शामिल चार युवकों की मौत की बात पुलिस ने कही है। ये दोनों गुर्गे शारिक साठा के संपर्क में थे और एप के जरिये बातचीत करते थे।
साठा ने ही उपलब्ध करवाए थे हथियार
हिंसा में उपयोग हुए हथियार भी साठा ने उपलब्ध करवाए थे। वह हथियारों की भी तस्करी करता है। हिंसा के बाद पाकिस्तानी व अमेरिकन कारतूस भी पुलिस को मिले थे।
नखासा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है शारिक साठा
शारिक साठा के खिलाफ विभिन्न राज्यों में 54 मुकदमे दर्ज हैं। वह नखासा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। वर्ष 2016 से फरार है। पुलिस ने साठा की हिंदूपुरा खेड़ा में सड़क किनारे पर 300 गज भूमि को कुर्क भी किया था। जहां अब पुलिस चौकी बन रही है। अपर पुलिस अधीक्षक श्रीश्चंद्र ने बताया कि शारिक साठा की पत्नी से पूछताछ हुई है। उन्हें फंडिंग के स्रोत की जानकारी मांगी गई है। इसके अलावा संपत्ति और शारिक साठा से बातचीत का भी ब्योरा मांगा गया है। साक्ष्य भी जुटाए जा रहे हैं।
नखासा थाना पुलिस ने करीब ढाई माह पहले जामा मस्जिद सर्वे के दौरान क्षेत्र के हिंदूपुरा खेड़ा में पुलिस पर पथराव व फायरिंग के मामले में वांछित चल रहे आरोपित अमन उर्फ रेहटा उर्फ अमान को गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान आरोपित ने बताया कि सर्वे के दौरान जामा मस्जिद पर बवाल हो गया था, जिसकी जानकारी पर वह अंजुमन चौराहे पर आया था।
जहां पर सैकड़ों की संख्या में लोग एकत्र थे। तभी वहां पर खड़े कुछ लोगों ने कहा कि यह हमारे धर्म का मामला है और हम सभी को इकट्ठा होकर मुकाबला करना चाहिए। इस पर सब इकट्ठा होकर हिंदूपुरा खेडा़ नखासा तिराहे पर आ गए। जहां पुलिस वालों पर जान से मारने की नीयत से पथराव व फायरिंग कर दी। बाद में पुलिस कर्मियों के वाहनों में आग लगा दी थी।
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