शफीकुर्रहमान बर्क के उत्तराधिकारी जियाउर्रहमान संभल से सपा उम्मीदवार, बोले- दादा की राजनीति को आगे ले जाएंगे
Lok Sabha Election 2023 जियाउर्रहमान बर्क ने महज 26 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। राजनीति का ककहरा अपने दादा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क से सीखने वाले जियाउर्रहमान बर्क ने पहला चुनाव 2017 में लड़ा। उस समय शफीकुर्रहमान बर्क ने सपा से संभल की सीट मांगी थी जबकि पार्टी ने वर्तमान सपा विधायक इकबाल महमूद को प्रत्याशी बनाया था।

जागरण संवाददाता, संभल। समाजवादी पार्टी के संभल सांसद रहे डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क के उत्तराधिकारी के रूप में मुरादाबाद के कुंदरकी के विधायक जियाउर्रहमान बर्क पर सपा की भी मुहर लग गई है। संभल की अपनी सीटिंग सीट सपा ने सांसद के परिवार के जिम्मे दे दी है।
इसके पहले भी सपा की पहली सूची में संभल की सीट से प्रत्याशी यहां के सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क को बनाया गया था, लेकिन उनकी तबीयत खराब थी और 27 फरवरी को उनका निधन हो गया था। इसके बाद अखिलेश यादव छह मार्च को संभल आए थे और परिवार को ढांढस बंधाने के साथ ही कुछ मिनटों की जनसभा में जियाउर्रहमान बर्क की दावेदारी को मजबूत मानते हुए परिवार को ही टिकट देने की बात कह दी थी।
26 साल की उम्र में राजनीति में रखा कदम
युवा जियाउर्रहमान बर्क ने महज 26 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। राजनीति का ककहरा अपने दादा सांसद डॉ. शफीकुर्रहमान बर्क से सीखने वाले जियाउर्रहमान बर्क ने पहला चुनाव 2017 में लड़ा। उस समय शफीकुर्रहमान बर्क ने सपा से संभल की सीट मांगी थी, जबकि पार्टी ने वर्तमान सपा विधायक इकबाल महमूद को प्रत्याशी बनाया था।
सपा से विरोध करते शफीकुर्रहमान बर्क ने एआइएमआइएम से जियाउर्रहमान बर्क को टिकट दिलवाया और चुनाव भी लड़वाया। जियाउर्रहमान का पहला चुनाव था लेकिन अपने कुशल राजनीतिक प्रबंधन की वजह से उन्होंने पहले ही चुनाव में 60 हजार से ज्यादा मत पाकर दूसरा स्थान पाया। भाजपा प्रत्याशी यहां तीसरे स्थान पर चले गए। इसके बाद 2019 के लोकसभा चुनाव में सपा से टिकट मिलने पर अपने दादा शफीकुर्रहमान बर्क के चुनाव प्रचार का प्रबंधन संभाला।
पांचों विधानसभा क्षेत्र में एक टीम बनाई और रणनीति तय की। नतीजा रहा कि सपा ने 2019 में संभल की लोकसभा की सीट पौने दो लाख के बड़े अंतर से जीता। इसके बाद 2022 के चुनाव में जियाउर्रहमान बर्क को कुंदरकी से विधानसभा चुनाव लड़ने का मौका मिला। यहां सीटिंग विधायक का टिकट कटा तो तमाम विरोध के बाद भी तुर्क वोट को सहेजते हुए जियाउर्रहमान बर्क ने यह सीट 44 हजार वोट के अंतर से जीत लिया। इसके बाद अचानक से बीमार हुए डा शफीकुर्रहमान बर्क के निधन के बाद उन्हें संभल की लोकसभा सीट पर उनका उत्तराधिकारी मानते हुए उन्हें सपा ने अपना प्रत्याशी बना दिया है।
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विधानसभा चुनाव 2017 संभल
प्रत्याशी - पार्टी - वोट - प्रतिशत
इकबाल महमूद - सपा - 79248 - 32.7
जियाउर्रहमान बर्क - एआइएमआइएम - 60426 - 24.9
डा. अरविंद गुप्ता - भाजपा - 59976 - 24.7
विधानसभा चुनाव 2022 कुंदरकी
प्रत्याशी - पार्टी - वोट - प्रतिशत
जियाउर्रहमान बर्क - सपा - 125792 - 46.6
कमल कुमार - भाजपा - 82630 - 30.6
मोहम्मद रिजवान - बसपा - 42742 - 15.8
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुझ पर भरोसा जताया है। उनके व पार्टी के भरोसे पर खरा उतरूंगा। मेरे दादा सांसद जी क्षेत्र की जनता के सुख-दुख में हमेशा सहभागी रहे। उनके सपनों को पूरा करने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ूंगा।- जियाउर्रहमान बर्क, प्रत्याशी संभल लोकसभा सीट
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