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    100 की काली पन्नी, 1100 के बैग और 200 के ग्राइंडर से लिखी कत्ल की कहानी, संभल हत्याकांड की खाैफनाक दास्तां

    Updated: Tue, 23 Dec 2025 08:50 AM (IST)

    उत्तर प्रदेश के संभल शहर में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है। यहां 100 रुपये की काली पन्नी, 1100 रुपये के बैग और 200 रुपये के ग्राइंडर से एक खौफनाक कह ...और पढ़ें

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    संभल का राहुल हत्याकांड।

    सौरव प्रजापति, संभल। रूबी...। ये उसी महिला का नाम है। जिसने 12 साल पहले पति राहुल के साथ सात फेरे लेकर जिंदगी भर साथ निभाने के संकल्प लिए थे। सुख हो या दुख, एक साथ काटने का वादा किया था मगर, समय के साथ-साथ संकल्प और वो वादे धुंधले होते गए और नतीजन रूबी ने अपने ही पति को खौफनाक अंदाज में सदा के लिए माैत की नींद सुला दिया।

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    इसके लिए साधारण गतिविधियां नहीं बल्कि रोंगटे खड़े कर देने वाली पटकथा तैयार की है। 1400 रुपये से पन्नी, बैग और ग्राइंडर मांगवाए और फिर पति के शव को ठिकानों पर लगा दिया। खास बात यह है किइस अपराध और पति के टुकड़ों करते समय उसके हाथ जरा नहीं कांपे।

    हीटर और चारपाई पर मिले खून के धब्बे, सांसें थमने के बाद शरीर के किए टुकड़े

    पुलिस के मुताबिक इस पूरे प्रकरण में गौरव से ज्यादा शातिर चाल रूबी ने चली हैं। पति राहुल को मौत की नींद सुलाने के लिए पत्नी रूबी ने 1400 रुपये भी खर्च किए हैं। इन्हीं रुपये के जरिये खरीदे गए सामान के शव को ठिकाने लगाया गया है। रूबी के मोबाइल से मिले ट्रांजेक्शन में पता चला है कि रूबी ने 100 रुपये की काली पन्नी शव को ढकने के लिए खरीदी गई। 1100 रुपये के दो बैग भी लिए। एक बैग 400 का था, जिसमें धड़ रखकर नाले में फेंका गया।

    gaurav s

    हत्यारोपित। 

    1300 रुपये में किराये पर पहुंची कार से ठिकाने लगाए गए शव के टुकड़े

    दूसरा बैग 700 का था, उसमें हाथ, पैर और सिर को रखकर गंगा में बहाया गया। इतना ही नहीं 200 रुपये प्रति दिन के हिसाब से किराये पर ग्राइंडर को लाया गया था। इन्हीं वस्तुओं के जरिये राहुल के शव को टुकड़ों में किया गया। इतना ही नहीं जिस कार के जरिये शव के अंगों को दूर-दूर तक फेंका गया। वह कार भी 1300 रुपये में किराये पर मंगवाई गई थी। हत्याकांड के बाद दोनों अलग-अलग हो गए और फिर ऐसे रहने लगे कि इन्होंने कोई वारदात ही नहीं की है।

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    पुलिस ने की पूछताछ

    पुलिस ने इस तरह हत्या करने की पटकथा के आइडिया पर पूछा तो रूबी ने बताया कि उस वक्त अच्छा-बुरा कुछ समझ नहीं पाए। बस, सिर पर खून सवार था और यह कृत्य कर दिया। पुलिस ने बताया कि रूबी के मोबाइल में कई गहन जानकारियां भी मिली हैं। जिससे यह प्रतीत होता है कि रूबी का आचरण लंबे समय से बिगड़ा हुआ था।

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    रूबी के मोबाइल फोन की हिस्ट्री से खुली राहुल के मर्डर की मिस्ट्री


    संभल। राहुल के मर्डर की मिस्ट्री को सुलझाने में पत्नी रूबी के मोबाइल की हिस्ट्री का मुख्य रोल रहा है। क्योंकि 15 दिसंबर को लाश मिलने के बाद जब पत्नी रूबी को बुलाकर कपड़े व शव को दिखाया गया तो उसने पहचाने से इंकार कर दिया था। फिर पुलिस ने आसपास के लोगों से बातचीत की तो कुछ ने संकेत किए कि यह कपड़े राहुल के ही हैं। इसके बाद फिर पुलिस ने पत्नी रूबी को बुलाया और उसका मोबाइल कब्जे में लिया।

    1100 बार फोन पर बातचीत

    मोबाइल की गैलरी खोलकर देखी तो एक फोटो राहुल का ऐसा मिला, जिसमें राहुल ने वही कपड़े पहन रखे हैं। जो, नाले से बरामद हुए थे। इसके बाद पुलिस का माथा ठनक गया। कॉल डिटेल चेक की तो पिछले तीन महीने में प्रेमी गौरव से 1100 बार फोन पर बातचीत हुई है। फिर गौरव को उठाया, सख्ती से पूछताछ की तो घटना की परतें खुलती गईं और पूरे मर्डर की मिस्ट्री खुल गई है।



    गौरव के साथ-साथ अभिषेक से भी बातचीत

    संभल। पुलिस ने जब रूबी के फोन की काल डिटेल निकाली तो चौकाने वाली बात सामने आई। दरअसल, रूबी प्रेमी गौरव के साथ-साथ अभिषेक उर्फ सौरभ से भी फोन पर बातचीत करती थी।यह बात काल डिटेल में सामने आई है। तभी पुलिस ने अभिषेक को भी इस प्रकरण में हिरासत में लिया था मगर, उसका कोई जुड़ाव नहीं निकला। इसलिए पुलिस ने उसे छोड़ दिया। पुलिस ने बताया कि काल डिटेल में कई संदिग्ध नंबर भी मिले हैं।


    बच्चों को पैसे देकर चीज खरीदने के लिए भेजता था गौरव

    संभल। यूं तो गौरव और रूबी की मुलाकात लगभग छह महीने पहले ही हुई थी लेकिन, दोनों के बीच संबंध गहरे हो चुके थे। पुलिस ने जब रूबी के बच्चों से बातचीत करते हुए गौरव के बारे में जानकारी जुटाई तो पता चला कि गौरव भी जूते का काम करता है और वह अक्सर राहुल की गैर मौजूदगी में घर आता था। बच्चे घर पर न रहे, इसलिए वह पैसे देकर उन्हें बाहर भेज देता था। इसके बाद वह काफी-काफी देर तक घर पर ही रूकता था।