एंटी करप्शन टीम की कार्रवाई से खलबली, रिश्वत लेता लेखपाल को रंगे हाथ दबोचा; किसान से मांगे थे रुपये
Anti Corruption Team सहारनपुर के नकुड़ तहसील में एंटी करप्शन टीम ने एक लेखपाल को पांच हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया। लेखपाल वारिसान के नाम फर्द में दर्ज करने के लिए किसान से रिश्वत मांग रहा था। पीड़ित ने एंटी करप्शन टीम में शिकायत दर्ज कराई थी। लेखपाल की गिरफ्तारी से तहसील में हड़कंप मच गया।

संवाद सूत्र, जागरण नकुड़ (सहारनपुर)। तहसील परिसर में पांच हजार रुपये की रिश्वत ले रहे सर्वे सर्किल के लेखपाल को गुरुवार को एंटी करप्शन टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया है। वह फर्द में विरासत दर्ज करने के नाम पर रिश्वत ले रहा था। पीड़ित ने छह मई को एंटी करप्शन टीम से मामले में शिकायत की थी।
गांव कुंडा खुर्द निवासी किसान आलिम अहमद पुत्र गुलफान ने बताया कि उसके दादा मंगता पुत्र फखरु की बीती दो अप्रैल को मौत हो गई थी। विरासत दर्ज करने के लिए उन्होंने सर्वे सर्किल लेखपाल अनुज प्रताप सिंह से संपर्क किया। मंगता की 18 बीघा कृषि भूमि विरासत के तौर पर उसके चार पुत्रों व पत्नी के नाम दर्ज की जानी है।
रिश्वत का आरोपी लेखपाल।
दस हजार रुपये की मांग
आलिम ने बताया कि हलका लेखपाल उनसे दस हजार रुपये की मांग कर रहा था। पांच हजार रुपये पहले तथा पांच हजार रुपये विरासत दर्ज करने के बाद देना तय हुआ। इसके बाद आलिम ने छह मई को सहारनपुर एंटी करप्शन टीम के कार्यालय पहुंचकर लेखपाल द्वारा रिश्वत मांगने की बाबत लिखित सूचना दी। इसपर टीम ने गुरुवार को दोपहर तहसील कार्यालय परिसर स्थित सर्वे सर्किल कार्यालय में किसान को केमिकल लगाकर पांच हजार रुपये लेखपाल को देने के लिए भेजा।
टीम ने रंगे हाथों किया गिरफ्तार
जैसे ही लेखपाल ने किसान से रुपये लिए तभी टीम के प्रभारी जसपाल सिंह व दूसरे कर्मचारियों ने लेखपाल अनुज प्रताप सिंह को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। टीम लेखपाल को लेकर कोतवाली पहुंची तथा वहां लिखापढ़ी कर मेडिकल कराया। एंटी करप्शन टीम प्रभारी जसपाल सिंह ने बताया कि गिरफ्तार लेखपाल अनुज जिला मिर्जापुर के लालगंज क्षेत्र के गांव मजीगवा का निवासी है। उसकी 2017 में यहां नियुक्ति हुई थी। गिरफ्तार लेखपाल को मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
भ्रष्टाचार को लेकर चर्चा में रहा है सर्वे सर्किल कार्यालय
तहसील परिसर में स्थित सर्वे सर्किल कार्यालय भ्रष्टाचार को लेकर चर्चाओं में रहा है। किसान आए दिन अधिकारियों को लेखपालों के भ्रष्टाचार की शिकायत करते रहे हैं। सर्वे कार्यालय में इससे पहले सात मार्च को राजस्व निरीक्षक संजय सिंह को 15 लाख रुपये की रिश्वत मांगने की वीडियो फुटेज प्रसारित होने पर जिलाधिकारी ने निलंबित कर दिया था। वहीं गत चार अप्रैल को लेखपाल कपिल मुनि द्वारा किसान से तीस हजार रुपये रिश्वत मांगने का आडियो प्रसारित होने पर एसडीएम संगीता राघव ने निलंबन की संस्तुति की थी। जिलाधिकारी ने इस मामले में एसडीएम देवबंद को जांच सौंपी थी।
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