रामपुर में नौ वर्ष बाद आजम की यूनिवर्सिटी से सरकारी गेस्ट हाउस 'आजाद', अवैध आवागमन का था मार्ग
रामपुर में समाजवादी पार्टी सरकार के दौरान आजम खां के प्रभाव के चलते सरकारी गेस्ट हाउस से यूनिवर्सिटी तक अवैध गेट बनवाया गया था। जिलाधिकारी अजय कुमार द ...और पढ़ें
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मौलाना अबुल कलाम आजाद गेस्ट हाउस में यूनिवर्सिटी की ओर बने गेट को तोड़ता मजदूर। जागरण
अनिल अवस्थी, रामपुर। समाजवादी पार्टी की सरकार में आजम खां की हनक के आगे ‘बौने’ हुए नियम-कानून की एक और बानगी सामने आई है। करीब नौ वर्ष पहले निजी विश्वविद्यालय (मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी) से सटे सरकारी गेस्ट हाउस में अंदर ही अंदर आवागमन के लिए 16 फीट का गेट लगवा दिया गया। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) भी तब से खामोशी की चादर ओढ़े रहा।
हालांकि, मामला संज्ञान में आते ही जिलाधिकारी अजय कुमार द्विवेदी ने गेट हटवाकर दीवार खड़ी करवा दी। कहा कि एपीजे अब्दुल कलाम गेस्ट हाउस सरकारी संपत्ति है। इसके जरिये किसी निजी संस्थान को लाभ नहीं पहुंचाया जा सकता। अवैध रास्ता किसने व किसके आदेश पर बनवाया, इसकी जांच के भी आदेश दिए हैं। सपा के राष्ट्रीय महासचिव आजम खां फर्जी पैन कार्ड प्रकरण में बेटे अब्दुल्ला आजम के साथ जेल में सात साल की सजा काट रहे हैं।
आजम ही मोहम्मद अली जौहर यूनिवर्सिटी के कुलाधिपति (चांसलर) हैं। विश्वविद्यालय के बगल में ही एपीजे अब्दुल कलाम के नाम से गेस्ट हाउस का निर्माण वर्ष 2014 से 2016 के मध्य सपा सरकार में आजम खां ने ही करवाया था। 12 हजार वर्ग मीटर में बने इस गेस्ट हाउस में दो बड़े पार्क, मीटिंग हाल, पांच वीआइपी रूम के साथ जिम भी है।
दो महीने पहले कार्यभार संभालने वाले डीएम अजय कुमार द्विवेदी को इस गेस्ट हाउस के बारे में पता चला तो सवाल उठा कि शहर से लगभग 10 किलोमीटर होने के चलते यहां वीवीआइपी कम ही रुकते होंगे। ऐसे में इतनी दूर सरकारी गेस्ट क्यों? सवाल का जवाब खोजने के लिए डीएम खुद निरीक्षण करने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ पहुंचे।

मौलाना अबुल कलाम आजाद गेस्ट हाउस से यूनिवर्सिटी की ओर जाने वाले मार्ग पर दीवार लगाते श्रमिक। जागरण
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यहां सरकारी गेस्ट हाउस व निजी विश्वविद्यालय के बीच अवैध रूप से गेट मिला। जो अवैध होने और सत्ता बदलने के नौ वर्ष बाद भी आबाद था। ऐसे में माना जा रहा कि सत्ता के समय ‘खास’ मेहमानों के लिए सरकारी खजाने का दुरुपयोग कर गेस्ट हाउस बनवाया गया। वहीं, यह भी पता चला कि आजम की यूनिवर्सिटी से अंदर ही अंदर अनधिकृत प्रवेश के लिए इस गेस्ट हाउस के अंदर वाली दीवार पर बड़ा गेट पीडब्ल्यूडी अभियंताओं ने ही लगवाया था।
डीएम ने गेट हटवाकर तत्काल रास्ता बंद कराया। इस तरह मोहम्मद आजम खां की यूनिवर्सिटी से सरकारी गेस्ट हाउस जुदा हो गया। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता केवी सिंह ने बताया कि निर्माण किन अधिकारियों के समय में हुआ, इसकी जांच की जा रही है।

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