Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    'विकसित भारत जी राम जी' योजना से श्रमिकों को बड़ी राहत, वर्ष के 365 में सिर्फ 302 दिन ही काम, बाकी 63 दिन आराम

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Sun, 28 Dec 2025 04:56 PM (IST)

    'विकसित भारत जी राम जी' योजना श्रमिकों को राहत देने के लिए शुरू की गई है। अब श्रमिकों को साल में 365 में से केवल 302 दिन ही काम करना होगा, बाकी 63 दिन ...और पढ़ें

    Hero Image

    'विकसित भारत जी राम जी' योजना के तहत श्रमिकों को वर्ष में कुल 63 दिन की छुट्टी मिलेगी।

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। नए नाम और नए कलेवर के साथ लाए गए मिशन विकसित भारत जी राम जी योजना से श्रमिकों को बड़ी सहूलियत मिलने वाली है। पहले पूरे वर्ष में सिर्फ तीन दिन काम बंद रहता था। वहीं अब 365 में से सिर्फ 302 दिन ही गांवों में काम होगा। शेष 63 दिन श्रमिकों को राहत मिलेगी। उधर, मिशन से जुड़ा सरकारी तंत्र भी लक्ष्य की पूर्ति की दबाव से मुक्त रहेगा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    मनरेगा योजना में केंद्र सरकार ने किए बड़े बदलाव

    गांवों में रोजगार सृजन के लिए चलाई गई मनरेगा योजना में केंद्र सरकार ने बड़े बदलाव किए हैं। मनरेगा को अब इसे 'विकसित भारत जी राम जी' नाम दिया गया है। पहले जहां एक जाबकार्ड पर 100 दिन का काम मिलता था।

    श्रमिकों को 125 दिन रोजगार मिलेगा

    वहीं अब श्रमिकों को 125 दिन रोजगार मिलेगा। इसके अलावा सबसे बड़ा बदलाव खेती के दौरान काम बंद रखने का हुआ है। अभी तक मनरेगा में 15 अगस्त, 26 जनवरी व दो अक्टूबर को ही काम बंद रहता था। यानी, 365 दिनों में सिर्फ तीन दिन छुट्टी रहती थी। 362 दिन काम चलता था। धान, गेहूं व अन्य फसलों की कटाई-मड़ाई के दौरान मजदूर खेती में व्यस्त हो जाते थे। ऐसे में मनरेगा का काम ठप होता था।

    छुट्टियां भी अधिक मिलेंगी 

    जबकि, शासन व प्रशासन के स्तर से योजना को रफ्तार देने का दबाव रहता था। ऐसे में विषम परिस्थितियां पैदा हो जाती थी। इसी को देखते विकसित भारत जी राम जी में 60 दिन की छुट्टी घोषित कर दी गई है। इन दिनों में काम बंद रहेगा। अब यह दिन कौन होंगे, यह स्थानीय स्तर पर निर्धारित किया जाएगा।

    मजदूरी में बढ़ोतरी नहीं होने से मायूसी

    जिले की 1540 ग्राम पंचायतों में लगभग 6.30 लाख श्रमिक मनरेगा में पंजीकृत थे। इनमें से लगभग ढाई से तीन लाख श्रमिक की सक्रिय हैं। अन्य मजदूरों ने योजना से दूरी बना रखी है। कारण, कम मजदूरी है। मनरेगा में 252 रुपये दिहाड़ी मिलती है। जबकि, बाहर काम करने पर 400 रुपये तक श्रमिक एक दिन में कमा लेते हैं। विकसित भारत जी राम जी में मजदूरी नहीं बढ़ने से मजदूरों में मायूसी है।

    क्या कहती हैं सीडीओ

    मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ) हर्षिका सिंह का कहना है कि विकसित भारत जी राम जी में साल में 60 दिन काम बंद रहेगा। इसी तरह की अन्य कई सहूलियतें दी गईं हैं। इनका प्रसार-प्रसार किया जा रहा है।

    यह भी पढ़ें- बांग्लादेश में हिंदुओं पर हमले को लेकर प्रधानमंत्री की खामोशी चिंताजनक : प्रयागराज में बोले प्रमोद तिवारी

    यह भी पढ़ें- कुत्ते के काटने पर विद्यार्थियों को गुरुजी ले जाएंगे अस्पताल, प्रयागराज के बेसिक शिक्षाधिकारी ने BEO को दिया सख्त निर्देश