शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष के लिए फिर विज्ञापन की तैयारी, पहली पूर्णकालिक अध्यक्ष के त्यागपत्र के बाद रिक्त है पद
उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष पद के लिए फिर से विज्ञापन की तैयारी है। प्रो. कीर्ति पांडेय के इस्तीफे के बाद पद खाली है। पहले 67 आवेदन प्राप्त हुए, जिनमें से 37 स्क्रीनिंग में सही पाए गए, लेकिन कुछ नामों पर शिकायतें आईं। दो बार बैठकें हुईं, पर कोई निर्णय नहीं हो सका। बेसिक, माध्यमिक, और उच्च शिक्षा के शिक्षक भर्तियों के लिए यह आयोग महत्वपूर्ण है, और नए अध्यक्ष के लिए भर्तियां एक चुनौती होंगी।

प्रयागराज स्थित शिक्षा सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष पद को भरने के लिए तैयारी की जा रही है।
राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की पहली पूर्णकालिक अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पांडेय के त्यागपत्र देने के बाद से नए अध्यक्ष के चयन के लिए आवेदन तो लिए गए। हालांकि किसी नाम पर अब तक निर्णय नहीं हो सका है। इस पद के लिए करीब 67 आवेदन शासन को मिले, लेकिन स्क्रीनिंग में मानक पर 37 रहे। इनमें कुछ नामों के विरुद्ध शासन में शिकायतें पहुंचीं।
अध्यक्ष के नाम को लेकर दो बार अनिर्णीत हुई बैठक
अध्यक्ष के नाम को लेकर दो बार बैठक भी हुई, लेकिन उसमें कोई निर्णय नहीं होने से साक्षात्कार अब तक नहीं कराए जा सके। अब एक बार फिर नए सिरे से आवेदन लेने पर शासन विचार कर रहा है। बेसिक से लेकर एडेड जूनियर हाईस्कूल, एडेड माध्यमिक, एडेड महाविद्यालय, अल्पसंख्यक कालेज, अटल आवासीय विद्यालयों में शिक्षक भर्तियों के लिए उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग का विधेयक अगस्त 2023 में प्रकाशित हुआ।
वर्ष 2024 में प्रो. कीर्ति पहली पूर्णकालिक अध्यक्ष बनीं
15 मार्च 2024 को सभी 12 सदस्यों के कार्यभार ग्रहण करने के साथ आयोग क्रियाशील हुआ। 20 मार्च 2024 को उच्च शिक्षा के प्रमुख सचिव एमपी अग्रवाल आयोग के कार्यवाहक अध्यक्ष बनाए गए। इसके बाद एक सितंबर 2024 को प्रो. कीर्ति पांडेय पहली पूर्णकालिक अध्यक्ष बनाई गईं और उन्होंने पांच सितंबर का आयोग में कार्यभार ग्रहण किया। वह एक साल पद पर रहीं।
22 सितंबर 2025 को पद से त्यागपत्र दे दिया
कीर्ति पांडेय नई शिक्षक भर्ती तो दूर, वर्ष 2022 की लंबित प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी), प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) एवं असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षाएं भी पूर्ण नहीं करा सकीं। उन्होंने 22 सितंबर 2025 को पद से त्यागपत्र दे दिया, जिसे 26 सितंबर को स्वीकार कर लिया गया।
26 सितंबर से 21 अक्टूबर तक आवेदन लिए गए
इसी के साथ ही नए अध्यक्ष के चयन के लिए 26 सितंबर से 21 अक्टूबर तक आवेदन लिए गए। निर्धारित अवधि में आए आवेदन में जो मानक के अनुरूप मिले हैं, उन नामों पर शासन में बैठक तो हुई, लेकिन साक्षात्कार अभी तक आयोजित नहीं हो सका। चूंकि आयोग के पास शिक्षक भर्ती की उपलब्धि के नाम पर अब तक कुछ नहीं है, इसलिए नए अध्यक्ष के लिए भर्तियां चुनौतीपूर्ण कार्य होगा। ऐसे में बेहतर की तलाश में शासन नया विज्ञापन जारी कर फिर से आवेदन ले सकता है।

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