UPPSC पर 15 दिसंबर के आंदोलन के लिए इंटरनेट मीडिया पर छात्रों ने छेड़ी मुहिम, मांगों से संबंधित क्यूआर कोड जारी किया
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) के खिलाफ छात्र 15 दिसंबर को आंदोलन करेंगे। छात्र प्राप्तांक, कटऑफ और उत्तर कुंजी अंतिम परिणाम के बाद जारी करने ...और पढ़ें

यूपीपीएससी के खिलाफ छात्रों ने प्रयागराज में आंदोलन की रणनीति बनाई है, 15 दिसंबर को प्रदर्शन करेंगे।
राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की ओर से प्राप्तांक, कटआफ और उत्तर कुंजी अंतिम परिणाम के बाद जारी करने की बात पर प्रतियोगी छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। आयोग पर 15 दिसंबर को प्रस्तावित आंदोलन को व्यापक बनाने के लिए इंटरनेट मीडिया से लेकर छात्रावासों और किराए के कमरों में रह रहे अभ्यर्थियों तक निरंतर संपर्क का अभियान छेड़ दिया है।
आंदोलन व मांगों को साझा कर रहे छात्र
अभियान के तहत प्रतियोगी छात्रों ने एक क्यूआर कोड जारी किया है। इसके माध्यम से आंदोलन की मांगों और आयोजनों की जानकारी तेजी से साझा की जा रही है। छात्र एकजुट होकर आयोग पर दबाव बनाने की रणनीति में जुटे हैं, ताकि चयन प्रक्रियाओं में पारदर्शिता सुनिश्चित हो सके।
छात्रों का क्या कहना है?
बड़े आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर रहे प्रतियोगी छात्र अंतिम परिणाम घोषित होने के बाद प्राप्तांक, कटआफ और संशोधित उत्तर कुंजी सार्वजनिक की मांग पर को लेकर आंदोलन का ऐलान कर चुके हैं। छात्रों का कहना है कि आयोग बार-बार अंतिम परिणाम के बाद संशोधित उत्तर कुंजी जारी करने का आश्वासन देता है, लेकिन 2021, 2022 और 2023 की परीक्षाओं में नियुक्तियां पूरी हो जाने के बाद भी संशोधित उत्तर कुंजी आज तक जारी नहीं की गई।
आयोग की कार्यप्रणाली से नाराज हैं छात्र
छात्रों में अविश्वास बढ़ा है और वे आयोग की कार्यप्रणाली से नाराज है। प्रतियोगी छात्र आशुतोष पांडेय ने कहा कि अब समय आ गया है जब छात्र अपनी एकता और शक्ति का अहसास कराएं। वहीं मीडिया प्रभारी प्रशांत पांडेय ने आयोग से तत्काल अंतिम संशोधित उत्तर कुंजी जारी करने की मांग की।
छात्रावासों में संपर्क अभियान चलाया है
प्रशांत पांडेय के अनुसार, सभी वर्गों का कटआफ, सभी अभ्यर्थियों की मार्क्स लिस्ट, ओएमआर की कार्बन कापी, मेंस परीक्षा के वस्तुनिष्ठ भाग की उत्तर कुंजी तथा उसकी संशोधित अंतिम कुंजी जारी करना आयोग की जिम्मेदारी है, जिसे टाला नहीं जाना चाहिए। वहीं शुक्रवार को भी प्रतियोगी छात्रों के अलग-अलग दलों ने छात्रावासों में संपर्क अभियान चलाया।

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