UP Board Exam 2026 : इंटरमीडिएट में अंग्रेजी और संस्कृत विषय की परीक्षा की तिथि एक ही दिन, चिंता में परीक्षार्थी
UP Board Exam 2026 यूपी बोर्ड परीक्षा 2026 की समय सारिणी जारी होने के बाद, इंटरमीडिएट के छात्रों में चिंता है क्योंकि संस्कृत और अंग्रेजी की परीक्षा एक ही दिन है। 20 फरवरी को संस्कृत और अंग्रेजी की परीक्षा होने के कारण, छात्र दुविधा में हैं कि किस विषय का रिवीजन करें। प्रधानाचार्यों ने यूपी बोर्ड से परीक्षा तिथि बदलने की मांग की है ताकि छात्र दोनों विषयों की तैयारी ठीक से कर सकें।

UP Board Exam 2026 यूपी बोर्ड की इंटर की संस्कृत और अंग्रेजी की परीक्षा एक ही दिन होने से छात्र परेशान हैं।
राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज। UP Board Exam 2026 की हाईस्कूल एवं इंटमीडिएट परीक्षा की समय सारिणी जारी किए जाने के बाद इंटरमीडिएट में संस्कृत और अंग्रेजी विषय पढ़ने वाले विद्यार्थी दोनों विषयों की परीक्षा एक ही दिन पड़ने से चिंतित हो गए हैं।
20 फरवरी को है संस्कृत व अंग्रेजी की परीक्षा
20 फरवरी को सुबह की पाली में संस्कृत तथा दूसरी पाली में अंग्रेजी विषय की परीक्षा प्रस्तावित है। परीक्षार्थियों की परेशानी को देखते हुए कुछ प्रधानाचार्यों ने यूपी बोर्ड सचिव भगवती सिंह को आवेदन देकर विद्यार्थी हित में इनमें से किसी एक विषय की परीक्षा किसी अन्य दिन में प्रस्तावित किए जाने की मांग की है।
हाईस्कूल हिंदी व इंटर सामान्य हिंदी परीक्षा भी एक ही दिन
इसके अलावा कुछ प्रधानाचार्यों ने हाईस्कूल हिंदी एवं इंटरमीडिएट सामान्य हिंदी की परीक्षा एक ही दिन एक ही पाली में पड़ने पर अधिक परीक्षार्थियों की संख्या देखते हुए किसी एक कक्षा की पाली परिवर्तित करने के लिए यूपी बोर्ड को पत्र भेजा है।
परीक्षार्थी दुविधा में कि किस विषय का करें रिवीजन
इंटरमीडिएट में संस्कृत एवं अंग्रेजी विषय की पढ़ाई करने वाले परीक्षार्थियों की चिंता है कि परीक्षा से ठीक पहले वह किस विषय का रिवीजन करें। इस स्थिति से उन्हें किसी एक विषय के रिवीजन में परेशानी होनी तय है। इन दोनों विषयों की परीक्षा अलग-अलग दिन में कराए जाने पर वह दोनों विषयों की तैयारी समान रूप से कर सकेंगे।
प्रधानाचार्यों ने क्या की है मांग?
प्रधानाचार्यों की मांग पर यूपी बोर्ड आंकड़ा देख रहा है कि कितने परीक्षार्थी इससे प्रभावित हो रहे हैं। इसके अलावा यूपी बोर्ड पिछले वर्षों की अपेक्षा इस बार परीक्षा केंद्र घटाकर निगरानी बढ़ाना चाहता है, लेकिन हाईस्कूल हिंदी और इंटरमीडिएट सामान्य हिंदी की परीक्षा एक ही पाली में कराने से परीक्षार्थियों की बड़ी संख्या के कारण केंद्रों की संख्या बढ़ानी पड़ेगी।
...ताकि प्रश्नपत्रों का पैकेट गलत न खुले
बोर्ड ने दोनों कक्षाओं की यह परीक्षा एक पाली में कराने का निर्णय इसलिए लिया, ताकि हिंदी विषय के प्रश्नपत्रों का पैकेट गलत खुलने की आशंका न रहे। प्रधानाचार्यों से मिले आवेदन पत्रों के आधार पर बोर्ड आंकड़ों की समीक्षा करा रहा है। इन मामलों में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है।

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