प्रयागराज में गंगा का जलस्तर 60 सेमी व यमुना का बढ़ा 40 सेमी, माघ मेला कार्य बाधित, इस बार 10 दिन पहले शुरू होना है मेला
प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों में जलस्तर बढ़ने से माघ मेला के कार्यों में बाधा आ रही है। गंगा का जलस्तर 60 सेमी और यमुना का 40 सेमी तक बढ़ गया है, जिसके चलते पांटून पुलों का निर्माण और समतलीकरण का कार्य प्रभावित हुआ है। इस बार माघ मेला लगभग 10 दिन पहले शुरू होना है। सिंचाई विभाग के अनुसार दो-तीन दिनों में जलस्तर सामान्य होने की उम्मीद है।(x)

प्रयागराज में गंगा-यमुना के संगम में जलस्तर बढ़ा है, इससे माघ मेला कार्य बाधित हो गया है। जागरण
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियों में अचानक जलस्तर बढ़ने से संगम की रेती पर लगने वाले माघ मेला का कार्य बाधित हो रहा है। माघ मेला के कार्य जैसे ही गति पकड़े थे कि इन नदियों का जलस्तर बढ़ने से कई काम बाधित हो गए। इस बार माघ मेला लगभग 10 दिन पहले शुरू होगा, इन्हीं अंतिम दिनों में काम तेज होता है।
गंगा में 24 हजार क्यूसेक तो यमुना में 40 हजार क्यूसेक पानी आ रहा
इस बार बारिश और बाढ़ के चलते वैसे भी मेला का कार्य देरी से शुरू हो सका है। अब फिर से गंगा और यमुना का जलस्तर बढ़ गया। गंगा का जलस्तर 60 सेमी तो गंगा 40 सेमी बढ़ा है। गंगा में इस समय 24 हजार क्यूसेक से ज्यादा पानी आ रहा है वहीं यमुना में लगभग 40 हजार क्यूसेक पानी आ रहा है। इसके कारण पांटून पुलों का निर्माण नहीं शुरू हो सका है।
पानी कम होगा तभी शुरू होगा पांटून पुलों का कार्य
पानी कम होने के बाद ही पांटून पुलों का कार्य शुरू हो सकेगा। इसी तरह स्नान घाटों के समतलीकरण के कार्य में भी बाधा उत्पन्न हो गई है। अभी मेला में समतलीकरण का ही कार्य शुरू हो सका है। विद्युत विभाग की ओर से पोल व तार लगाने का कार्य भी नहीं शुरू हो पाया है।
दो-तीन दिनों में जलस्तर सामान्य होगा
वहीं जल निगम की ओर से जलापूर्ति की पाइप लाइन बिछाई जानी है। सिंचाई विभाग बाढ़ खंड के अधिशासी अभियंता डीएन शुक्ला ने बताया कि दो से तीन दिन में बढ़ा हुआ पानी आगे बढ़ जाएगा। यानी जलस्तर बढ़ने के बाद ही अब कार्य गति पकड़ सकेंगे।

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