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    COD कर्मियों का छह माह पहले कानपुर हुआ था स्थानांतरण, अच्छे साथी थे, प्रयागराज के हादसे में दोनों की हुई दर्दनाक मौत

    By RAJENDRA PRASAD YADAVEdited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Sat, 20 Dec 2025 07:53 PM (IST)

    प्रयागराज में यमुना पुल पर हुए हादसे में मारे गए सीओडी के दोनों कर्मचारी छह महीने पहले ही कानपुर स्थानांतरित हुए थे। वे दोनों अच्छे दोस्त थे और एक-दूस ...और पढ़ें

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    प्रयागराज में सड़क हादसे में जिन दो सीओडी कर्मचारियों की दर्दनाक मौत हुई, वे अच्छे दोस्त थे, रामआशीष शर्मा की फाइल फोटो। जागरण 

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। पुराने यमुना पुल पर हुए हादसे में मृत दोनों सीओडी कर्मचारियों का स्थानांतरण करीब छह माह पहले ही कानपुर के लिए हुआ था। दोनों पुराने दोस्त थे और उनके घर भी एक-दूसरे के नजदीक थे, जिस कारण साथ में ही कानपुर आते-जाते थे। दोनों सुबह साथ में निकलते और रात को वापस घर आ जाते। दोनों की मौत के बाद उनके स्वजन पर दुख का पहाड़ टूट पड़ा है।

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    प्रतिदिन कानपुर जाते और आते थे 

    दिलीप कुमार और रामआशीष शर्मा का मकान एक-दूसरे से अधिक दूर नहीं है। यहां सीओडी में तैनाती के दौरान ही दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। करीब छह माह पहले जब दोनों का तबादला कानपुर हुआ तो उन्होंने निर्णय लिया कि वह वहां किराये पर कमरा नहीं लेंगे। प्रतिदिन कानपुर आएंगे-जाएंगे। प्रतिदिन दिलीप अपनी बाइक लेकर निकलते और रास्ते में रामआशीष को घर से बैठते और प्रयागराज जंक्शन पहुंच जाते। यहां स्टैंड में बाइक खड़ी करने के बाद दोनों ट्रेन से कानपुर चले जाते। ड्यूटी समाप्त होने के बाद ट्रेन से प्रयागराज जंक्शन आते और यहां से बाइक पर सवार होकर घर को निकलते थे।

    पत्नी की मौत के बाद टूट गए थे दिलीप 

    दिलीप के छोटे भाई संदीप कुमार ने बताया कि करीब चार माह पहले 15 अगस्त को भाभी बबिता का निधन हो गया था। इससे भाई दिलीप कुछ टूट गए थे। बेटे दक्ष, वैभव और दिव्यांशु समेत अन्य स्वजन ने किसी प्रकार उन्हें संभाला था। अभी परिवार के लोग भाभी बबिता के निधन से उबर नहीं पाए थे कि यह दर्दनाक हादसा हो गया। पूरा परिवार बेहाल हो गया है।

    रामआशीष के पुत्र-पुत्री दूसरे राज्य में करते हैं पढ़ाई 

    उधर, रामआशीष शर्मा की पत्नी, पुत्र व पुत्री की भी रो-रो कर हालत खराब है। रामआशीष प्रेम नगर में पत्नी के साथ रहते थे, जबकि पुत्र व पुत्री दूसरे राज्य में पढ़ाई करते हैं। पिता की मौत की खबर मिलने पर दोनों घर के लिए निकल चुके हैं।

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