स्मार्ट क्लास और आइसीटी लैब चलाने का गुरुजी लेंगे प्रशिक्षण, स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था भी होगी
प्रयागराज के सीमैट में स्मार्ट क्लास और आइसीटी लैब के संचालन के लिए शिक्षकों का प्रशिक्षण शुरू हो गया है। समग्र शिक्षा और पीएमश्री योजना के तहत चयनित स्कूलों में डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था भी की जा रही है। यह प्रशिक्षण 25 नवंबर से 4 दिसंबर तक चलेगा, जिसमें प्रत्येक जनपद से शिक्षकों को नामित किया गया है। डायट में भी 1 दिसंबर से प्रशिक्षण सत्र का आयोजन किया जाएगा।

स्मार्ट क्लास और आइसीटी लैब शिक्षकों के लिए प्रयागराज में प्रशिक्षण मंगलवार से शुरू हो गया है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। समग्र शिक्षा व पीएमश्री योजना के तहत चयनित स्कूलों में आइसीटी लैब, स्मार्ट क्लास तथा डिजिटल लाइब्रेरी की व्यवस्था कराई जा रही है। वित्तीय वर्ष 2022-23, 2023-24 व 2024-25 में बने आइसीटी लैब, स्मार्ट क्लास तथा डिजिटल लाइब्रेरी का विवरण शासन स्तर से जारी किया गया है।
वार्षिक कार्ययोजना के तहत इनमें प्रदेश के उच्च प्राथमिक विद्यालय, कंपोजिट स्कूल, कस्तूरबा विद्यालयों के दो दो शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसकी शुरुआत सीमैट में 25 नवंबर से हो रही है। चार दिसंबर तक यह क्रम जारी रहेगा।
प्रात: 9:30 बजे से शाम छह बजे तक दो बैच में संचालित किए जाने वाले चार दिवसीय राज्य स्तरीय प्रशिक्षण के लिए जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों की ओर से प्रत्येक जनपद से दो संदर्भदाता नामित किए जाएंगे। इनमें शिक्षक, डायट मेंटर्स जो पूर्व में आइसीटी से संबंधित विशेष प्रशिक्षण ले चुके हों। बीटेक, बीई, बीएससी, एमसीए योग्यताधारी आइसीटी में दक्ष शिक्षक शामिल होंगे।
डायट प्राचार्य राजेंद्र कुमार के अनुसार समग्र शिक्षा तथा पीएम श्री योजना के तहत स्मार्ट क्लास आइसीटी लैब व डिजिटल लाइब्रेरी से आच्छादित उच्च प्राथमिक, कंपोजिट व केजीबी विद्यालयों से दो नोडल शिक्षकों का दो दिवसीय प्रशिक्षण डायट में भी होना है।
इसमें नामित शिक्षकों के अतिरिक्त डायट मेंटर्स, एसआरजी, एआरपी, खंड शिक्षाधिकारी भी शामिल होंगे। सभी खंडशिक्षाधिकारी की ओर से नामित आइसीटी में दक्ष एक एक शिक्षक भी प्रशिक्षण में शामिल किए जाएंगे। वे विकासखंड स्तरीय प्रशिक्षण तथा मासिक बीईओ एचटी बैठक में विकासखंड स्तरीय संदर्भदाता के रूप में प्रशिक्षण कार्यक्रम में प्रतिभाग किया जाएगा। यह प्रशिक्षण डायट में एक दिसंबर से होगा।
प्रत्येक बैच में 50 लोग शामिल होंगे। प्रतिभागियों के प्री टेस्ट, पोस्ट टेस्ट और फीडबैक भी लिए जाएंगे। इस प्रशिक्षण के लिए सभी जनपदों को कुल 329.0935 लाख रुपये जारी किए गए हैं। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों को कुल 65.8187 लाख रुपये जारी हुए हैं।

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