प्रयागराज जंक्शन पर अटकी सासें, चलती ट्रेन में चढ़ते समय महिला का फिसला पैर, पटरी पर गिरने से आरपीएफ जवानों ने बचा लिया
प्रयागराज जंक्शन पर लालगढ़ एक्सप्रेस में चढ़ते समय एक महिला का पैर फिसल गया और वह ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच गिरने लगी। आरपीएफ के एएसआई विजय कुमार और उनकी टीम ने तत्परता दिखाते हुए महिला को सुरक्षित बचाया। महिला ने आरपीएफ टीम को धन्यवाद दिया और अपनी आगे की यात्रा के लिए रवाना हो गई। आरपीएफ इंस्पेक्टर ने यात्रियों को चलती ट्रेन में न चढ़ने की सलाह दी है।

प्रयागराज जंक्शन पर आरपीएफ जवान द्वारा चलती ट्रेन से गिरती महिला को बचाने का सीसीटीवी में कैद तस्वीर। सौ. रेलवे
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रयागराज जंक्शन पर मंगलवार रात एक दिल दहला देने वाली घटना टल गई। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) जवानों ने एक महिला की जान बचा ली। महिला ने भगवान का अवतार बनकर आए एएसआइ और जवानों को तहे दिल से धन्यवाद दिया।
ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच गिरने लगी महिला
पिछले दिनों रात करीब 11:10 बजे, जब लालगढ़ एक्सप्रेस (ट्रेन नंबर 12403) प्लेटफार्म नंबर एक से धीरे-धीरे आगे बढ़ रही थी। इसी बीच एक महिला यात्री स्लीपर कोच में चढ़ने की कोशिश करने लगी। अचानक उसका पैर फिसला और वह ट्रेन व प्लेटफार्म के बीच गिरने लगी।
आरपीएफ के एएसआइ व टीम ने बचा ली महिला की जान
ट्रेन की रफ्तार बढ़ रही थी, खतरा हर पल गहरा रहा था। इसी दौरान आरपीएफ के असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर विजय कुमार और उनकी टीम ने चीते जैसी फुर्ती दिखाई। वे प्लेटफार्म पर ड्यूटी दे रहे थे। महिला के चीखने की आवाज सुनते ही वे दौड़े। विजय कुमार ने आगे बढ़कर महिला का हाथ पकड़ा और टीम ने मिलकर उसे खींच लिया।
थोड़ी देर होती तो जान जा सकती थी
सेकंडों में महिला को सुरक्षित बचा बचा लिया गया। इसके बाद उसे ट्रेन में चढ़ाया गया। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो अगर इसमें थोड़ी सी भी देर होती, तो महिला ट्रेन के नीचे जा सकती थी। उसकी जान भी जा सकती थी। महिला यात्री ने आरपीएफ का धन्यवाद किया और लालगढ़ एक्सप्रेस आगे के लिए रवाना हो गई।
सीसीटीवी में रिकार्ड घटना जवानों की दिखी बहादुरी
आरपीएफ इंस्पेक्टर अमित मीना ने बताया कि यह 'आपरेशन जीवन रक्षा' का जीता-जागता सबूत है। हमारे जवान हर पल सतर्क रहते हैं। महिला पूरी तरह सुरक्षित है और ट्रेन में आगे की यात्रा को रवाना हुई। पूरी घटना सीसीटीवी में रिकार्ड हो गई, जो जवानों की बहादुरी दिखाती है। यह वाकया रेल यात्रियों को सबक भी देता है कि चलती ट्रेन में चढ़ना खतरनाक है, हमेशा ट्रेन रुकने का इंतजार करें।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।