रोबोटिक सर्जरी की सुविधा अब प्रयागराज में, शासन को MLN मेडिकल कालेज प्रशासन भेजेगा प्रस्ताव, इस सर्जरी की विशेषता जान लें
प्रयागराज के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज में रोबोटिक सर्जरी शुरू करने की तैयारी है। कॉलेज प्रशासन शासन को प्रस्ताव भेजने वाला है ताकि बजट में इस पर विचार किया जा सके। डॉक्टरों का मानना है कि रोबोटिक सर्जरी से मरीजों को बेहतर और सटीक इलाज मिलेगा, और उन्हें लखनऊ या दिल्ली जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। हालाँकि, यह सर्जरी खर्चीली है, पर भविष्य में आम लोगों को भी इसका लाभ मिल सकता है।

प्रयागराज में रोबोटिक सर्जरी के लिए मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज ने नई पहल की है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। रोबोटिक सर्जरी की सुविधा से समृद्ध होने के लिए मोतीलाल नेहरू (MLN) मेडिकल कालेज प्रशासन ने कदम बढ़ाए हैं। इसके लिए प्रस्ताव बनाकर शासन को भेजने की तैयारी है ताकि आगामी बजट में उम्मीदों पर कुछ रोशनी पड़ सके।
विभागाध्यक्षों संग हुआ विचार-विमर्श
विभागाध्यक्षों के साथ विचार विमर्श हो चुका है। प्रस्ताव बनाने से पहले स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में इसकी उपयोगिता, इसमें आसपास के जनपदों से आने वाले मरीजों की आर्थिक स्थिति और मौजूदा आपरेशन थियेटरों का आकलन होना है। रोबोट प्राप्त करने उद्देश्य यह भी है कि भविष्य के लिए अस्पताल के डाक्टरों को तैयार किया जा सके।
रोबोटिक सर्जरी की विशेषता
चिकित्सा विज्ञान में रोबोटिक सर्जरी क्रांतिकारी कदम साबित होने वाली है। यह ऐसी शल्य (आपरेशन) प्रक्रिया होगी जो पारंपरिक खुले आपरेशन (चीरा लगाकर) की तुलना में लचीली होगी, परिणाम ज्यादा सटीक आएंगे और नियंत्रण भी पहले से अधिक रहेगा। सर्जन रोबोट के हाथ को एक साफ्टवेयर के जरिए घुमाते हैं, इससे शरीर के भीतर जो भी सर्जिकल मशीनें और कैमरे होते हैं उनका उपयोग ज्यादा से ज्यादा प्रभावी हो जाता है।
मरीजाें को लखनऊ-दिल्ली नहीं जाना पड़ेगा
स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में रोबोटिक सर्जरी की कल्पना को साकार करने के लिए कदम इसलिए भी बढ़ा दिए गए हैं क्योंकि यह कुंभ नगरी है। अभी से डाक्टर रोबोट के मामले में अभ्यास करेंगे तो कुंभ के आगामी आयाेजन में किसी आकस्मिक स्थिति में मरीज को लखनऊ या दिल्ली भेजने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।
आपरेशन खर्चीला लेकिन फायदेमंद
रोबोटिक सर्जरी काफी खर्चीली होती है। आमतौर पर किसी भी एक आपरेशन में जो भी खर्च होता है, रोबोटिक सर्जरी कराने पर लगभग सवा लाख रुपये अधिक खर्च करने होते हैं। मध्यम वर्गीय लोगों के खर्च के दायरे से यह प्रक्रिया बाहर है लेकिन भविष्य में यह भी अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकारी अस्पताल होने के नाते इसका लाभ आम लोगों को भी मिल पाएगा।
MLN मेडिकल कालेज के प्राचार्य बोले
MLN मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. वीके पांडेय का कहना है कि रोबोटिक सर्जरी की सुविधा पाने के लिए प्रयास चल रहा है। हालांकि प्रक्रिया काफी लंबी होगी, देश के अन्य बड़े अस्पतालों में इसके परिणाम देखे जा रहे हैं। विभागाध्यक्षों से बात की गई है। प्रस्ताव शासन में भेजेंगे लेकिन उससे पहले अपनी तैयारी भी जरूरी है।

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