Updated: Wed, 14 Aug 2024 04:36 PM (IST)
Raksha Bandhan 2024 Shubh Muhurt रक्षाबंधन का पर्व इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा। लेकिन इस बार श्रावण शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि पर भद्रा की छाया रहेगी। इस वजह से रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 1.25 बजे से आरंभ होगा। इस तिथि पर सिंह राशि में सूर्य व शुक्र वृष राशि में मंगल व गुरु संचरण करेंगे। जो शुभ संयोग है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। श्रावण शुक्लपक्ष की पूर्णिमा तिथि पर मनाए जाने वाले रक्षाबंधन पर्व पर भद्रा की काली छाया रहेगी। इससे सुबह राखी नहीं बांधी जाएगी। राखी बांधने का मुहूर्त दोपहर 1.25 बजे से आरंभ होगा। खास बात यह है कि 19 अगस्त को पड़ रहे रक्षाबंधन पर्व पर सावन का अंतिम सोमवार भी रहेगा।
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ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी के अनुसार, 19 अगस्त की सुबह 8.50 बजे तक श्रवण नक्षत्र है। सुबह 8.51 बजे से घनिष्ठा नक्षत्र लग जाएगा। सौभाग्य योग सुबह 5.53 बजे तक है। इसके बाद शोभन योग लग जाएगा। दोपहर 1.24 बजे तक भद्रा है। ऐसे में भद्रा खत्म होने के बाद दोपहर 1.25 बजे से राखी बांधी जाएगी। उक्त तिथि पर सिंह राशि में सूर्य व शुक्र, वृष राशि में मंगल व गुरु संचरण करेंगे। जो शुभ संयोग है।
पूर्णिमा तिथ में नहीं होगा रक्षाबंधन
पाराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक आचार्य विद्याकांत पांडेय के अनुसार पूर्णिमा तिथि 18 अगस्त की रात 2.19 बजे से आरंभ होकर 19 अगस्त की मध्य रात्रि 12.30 बजे तक रहेगी। पूर्णिमा तिथि आरंभ के साथ भद्रा शुरू हो जाता है, जो पूर्णिमा के अर्धभाग तक रहेगा। इसमें रक्षाबंधन पूर्णतया शास्त्र विरुद्ध है।
निर्णय सिंधु व धर्म सिंधु में वर्णित है कि भद्राकाल में होलिका दहन व राखी नहीं बांधनी जाएगी। अगर कोई भद्राकाल में राखी बांधता अथवा बंधवाता है तो उसे गलत परिणाम भुगतना पड़ता है। अतः 19 तारीख को भद्रा की समाप्ति के बाद रात्रिपर्यंत रक्षाबंधन का विधान किया जा सकता है।
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