रज्जू भेया राज्य विश्वविद्यालय में PhD के लिए आए आधे-अधूरे आवेदन, अभ्यर्थियों को स्पष्टीकरण का अंतिम अवसर
प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश के लिए कई आवेदन अधूरे पाए गए हैं। विश्वविद्यालय ने अभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर तक स्पष्टीकरण देने का अंतिम अवसर दिया है। जून 2024 से पहले नेट पास करने वाले अयोग्य हैं, और परास्नातक में न्यूनतम अंक अनिवार्य हैं। साक्षात्कार नवंबर के प्रथम सप्ताह में होने की संभावना है।(x)

रज्जू भैया विश्वविद्यालय पीएचडी आवेदनों में त्रुटि के लिए अभ्यर्थियों को 25 अक्टूबर तक स्पष्टीकरण का मौका मिला है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। प्रो. राजेंद्र सिंह (रज्जू भैया) राज्य विश्वविद्यालय में में पीएचडी प्रवेश सत्र 2025-26 के तहत काफी संख्या में अभ्यर्थियों ने अधूरे आवेदन कर दिए। आवेदन के साथ सभी आवश्यक प्रमाणपत्र जैसे परास्नातक अंकपत्र, आरक्षण प्रमाणपत्र, निवास प्रमाणपत्र, नेट/जेआरएफ का वैध प्रमाण, अनुभव तथा अन्य शैक्षणिक दस्तावेज सही रूप में संलग्न होना अनिवार्य था। कई अभ्यर्थियों द्वारा इन्हें अधूरा प्रस्तुत करने या गलत प्रारूप में अपलोड करने की वजह से उनके आवेदन अस्थायी रूप से रोक दिए गए हैं।
विश्वविद्यालय की स्क्रीनिंग समिति ने की थी जांच
विश्वविद्यालय की स्क्रीनिंग समिति द्वारा आवेदन पत्रों की प्रारंभिक जांच में पाया गया है कि कई अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों में आवश्यक विवरण, प्रमाणपत्र या दस्तावेज आंशिक रूप से संलग्न किए गए हैं या कुछ अनिवार्य सूचनाएं अपूर्ण हैं। ऐसे में आवेदन खारिज करने से पूर्व राज्य विश्वविद्यालय ने आपत्तियों पर स्पष्टीकरण देने का अंतिम अवसर प्रदान किया गया है।
25 अक्टूबर तक ईमेल से भेजें स्पष्टीकरण
निदेशक प्रवेश एवं निदेशक शोध प्रो. विवेक कुमार सिंह द्वारा जारी सूचना के अनुसार जिन अभ्यर्थियों के आवेदन पत्रों में कमियां पाई गई हैं, वे अपना स्पष्टीकरण 25 अक्टूबर तक विश्वविद्यालय को ईमेल के माध्यम से भेज सकते हैं। जिन अभ्यर्थियों के दस्तावेजों में त्रुटियां या कमियां चिह्नित की गई हैं। अभ्यर्थियों को पोर्टल से स्वतः ईमेल द्वारा सूचना भेज दी गई है।
जून 2024 से पूर्व यूजीसी नेट पास करने वाले अयोग्य
विश्वविद्यालय ने प्रवेश प्रक्रिया में पारदर्शिता और यूजीसी के नियमों के अनुपालन पर जोर देते हुए स्पष्ट किया है कि जून 2024 से पूर्व यूजीसी-नेट पास करने वाले अभ्यर्थी पीएचडी प्रवेश के लिए अयोग्य हैं।केवल जून 2024 या उसके बाद आयोजित नेट परीक्षा में किसी भी श्रेणी (जूनियर रिसर्च फेलोशिप/असिस्टेंट प्रोफेसर योग्यता/पीएचडी पात्रता) में सफल अभ्यर्थियों को ही पात्र माना गया है।
परास्नातक में क्या है न्यूनतम अंक अनिवार्य
साथ ही अंतिम तिथि आठ अगस्त 2025 तक जिन अभ्यर्थियों का जेआरएफ प्रमाणपत्र वैध था, केवल वही पात्र हैं। परास्नातक में सामान्य के लिए न्यूनतम 55 प्रतिशत अंक अनिवार्य हैं, जबकि अन्य श्रेणियों के लिए 50 प्रतिशत निर्धारित हैं।
नवंबर के प्रथम सप्ताह में साक्षात्कार
राज्य विश्वविद्यालय ने बताया कि स्क्रीनिंग समिति द्वारा जांच में उचित पाए गए अभ्यर्थियों की सूची शीघ्र ही वेबसाइट पर जारी की जाएगी। साक्षात्कार नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में आयोजित किए जाने का प्रस्ताव है। इसके संबंध में विस्तृत कार्यक्रम जल्द ही घोषित होगा।
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