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    कान्वेंट की तरह चमकेंगे प्रयागराज के 12 परिषदीय विद्यालय, स्मार्ट क्लास व बिजली-पानी और लैब होंगे, खेल संसाधन भी

    By Jagran News Edited By: Brijesh Srivastava
    Updated: Sun, 19 Oct 2025 12:51 PM (IST)

    प्रयागराज के 12 परिषदीय विद्यालयों को स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत अभ्युदय योजना में शामिल किया गया है। इन स्कूलों को निजी कान्वेंट की तरह विकसित किया जा रहा है, जहाँ स्मार्ट क्लास, प्रयोगशाला, और खेल संसाधन जैसी आधुनिक सुविधाएँ उपलब्ध कराई जा रही हैं। विद्यालयों में बालक-बालिकाओं के लिए अलग शौचालय, स्वच्छ रसोईघर, और आइसीटी लैब जैसी व्यवस्थाएं भी हैं। खंड शिक्षाधिकारी ने बताया कि तीन अभ्युदय विद्यालयों का लोकार्पण हो चुका है, जिससे विद्यार्थियों को बेहतर सुविधाएँ मिलेंगी।

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    महानगर के 12 स्कूलों को अभ्युदय योजना के तहत नया कलेवर दिया जा रहा है। जागरण

    जागरण संवाददाता, प्रयागराज। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत महानगर के स्कूलों की आधारभूत सुविधाओं को बढ़ाते हुए उन्हें चमकाया जा रहा है। 12 ऐसे विद्यालय जिनके परिसर बड़े हैं। छात्र संख्या भी अच्छी है। उन्हें स्मार्ट सिटी ने अभ्युदय योजना में शामिल कर विकसित किया है।

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    स्मार्ट स्कूलों में ये होंगी व्यवस्थाएं

    अब ये स्कूल लगभग विकसित हो चुके हैं। इन स्कूलों में नए भवन के साथ बैठने की व्यवस्था, पानी, बिजली के साथ स्मार्ट क्लास, प्रयोगशाला, आइसीटी लैब आदि की व्यवस्था की गई है। खेल के संसाधन भी उपलब्ध कराए गए हैं। इन स्कूलों को निजी कान्वेंट विद्यालयों की तरह चमकाया जा रहा है, साथ ही बच्चों को किसी न किसी कौशल से जोड़ने का भी प्रयास है। इसके लिए कंप्यूटर लैब को व्यवस्थित किया गया है।

    अभ्युदय योजना में शहर के ये स्कूल शामिल 

    अभ्युदय योजना में कंपोजिट स्कूल मुट्ठीगंज, कंपोजिट स्कूल हीवेट रोड, कंपोजिट स्कूल बैरहना, कंपोजिट स्कूल सीपीआई, कंपोजिट स्कूल नया कटरा, कंपोजिट स्कूल करैलाबाग कालोनी, कंपोजिट स्कूल हरवारा प्रथम, कंपोजिट स्कूल साउथ मलाका, प्राथमिक विद्यालय बक्सीकला, कंपोजिट स्कूल अतरसुइया, कंपोजिट स्कूल सेंट्रल अटाला, कंपोजिट स्कूल नखास कोहना को शामिल किया गया है।

    बालक-बालिकाओं के लिए अलग शौचालय भी होंगे 

    इन सभी विद्यालयों को कायाकल्प के 19 मानकों पर संतृप्त किया जा रहा है। इन मानकों मेंं बालक- बालिकाओं के लिए अलग-अलग शौचालय, मल्टीपल हैंड वाशिंग यूनिट, कक्षाओं में टाइल्स और आधुनिक बोर्ड, स्वच्छ रसोई घर, विद्युतीकरण, वाटर सप्लाई जैसी चीजें शामिल हैं।

    आइसीटी लैब, विज्ञान प्रयोगशाला की स्कूलों में व्यवस्था 

    अधिकांश स्कूलों के नए भवन बनाए गए हैं। कुछ स्कूलों के भवन ठीक थें, उन्हें रेनोवेट किया गया है। टाइलीकरण, रंग रोगन की व्यवस्था कर चमकदार बना दिया गया है। सभी स्कूलों को बैठने के लिए डेस्क-बेंच भी दी गई है। प्रत्येक विद्यालय में आइसीटी लैब, विज्ञान प्रयोगशाला के साथ लर्निंग कार्नर की व्यवस्था की गई है।

    रसोई कक्ष में डायनिंग टेबल पर बच्चे भोजन करेंगे 

    स्कूल की दीवारों पर वाल पेंटिंग कर आकर्षक बनाने के साथ अलग-अलग विषयवस्तु अंकित की गई है। ये विषयवस्तु गणित, विज्ञान, अंग्रेजी, हिंदी, सामाजिक विज्ञान के साथ सामान्य ज्ञान से जोड़ने वाली हैं। स्कूलों में रसोई कक्ष और उनमें डायनिंग टेबल जैसे संसाधन भी उपलब्ध कराए जा रहे हैं।

    विद्यार्थियों को अच्छी सुविधा भी मिल सकेगी

    खंड शिक्षाधिकारी नगर प्रतिभा सिंह ने बताया कि अब तक तीन अभ्युदय विद्यालयों का लोकार्पण हो चुका है। स्मार्ट सिटी ने इसके अतिरिक्त 48 अन्य स्कूलों को भी रेनोवेट किया है। वहां भी आधारभूत सुविधाओं को उपलब्ध करा दिया गया है। महानगर में कुल 66 परिषदीय स्कूल हैं। इनमें से चार का युग्मन कर दिया गया है। अब महानगर में 60 विद्यालय बचे हैं। पूरी उम्मीद है कि नए सत्र से छात्र- छात्राओं की संख्या स्कूलों में बढ़ेगी। यहां पढ़ने वाले विद्यार्थियों को अच्छी सुविधा भी मिल सकेगी। कुछ स्कूल तो वर्तमान सत्र में ही छात्र संख्या बढ़ाने में सफल रहे हैं।

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