प्रयागराज में बंद होंगी अवैध दूध की डेयरी, आवागमन में होगी सुविधा, शहर के बाहर 1000 मवेशियों के लिए बनेगी कैटल कालोनी
प्रयागराज में अवैध डेयरी संचालन से शहरवासियों को हो रही परेशानी को देखते हुए नगर निगम शहर के बाहर कैटल कालोनी बनाएगा। पीडीए की महायोजना में शहर को सुनियोजित तरीके से विकसित करने के लिए कैटल कालोनी का प्रस्ताव है। कालोनी में 1000 से 1500 मवेशी रखे जा सकेंगे और दूध दही बिक्री के लिए 10 डेयरी भी खोली जाएंगी।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। शहर में बड़े पैमाने पर अवैध डेयरी का संचालन गली मुहल्लों में हो रहा है। इसके कारण आसपास के लोगों को तो परेशानी होती ही है, मार्गाें पर विचरते मवेशियों से राहगीरों को भी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। बहुत जल्द ये अवैध दूध की डेयरियां शहर में नहीं नजर आएंगी।
लोगों से जुड़ी इस समस्या को देखते हुए नगर निगम शहर के बाहर विस्तारित क्षेत्रों में कैटल कालोनी बनाएगा। इन्हीं कालोनियों में 10 डेयरी खोली जाएगी। पीडीए की महायोजना में भी शहर को सुनियोजित तरीके से विकसित करने के लिए कैटल कालोनी का प्रस्ताव है।
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पीडीए की महायोजना 2031 में चारागाह और डेयरी के लिए पिछली महायोजना की तलना में 62 हेक्टेयर का जमीन का दायरा अधिक किया गया है। महायोजना के अनुसार नगर निगम के द्वारा नैनी,झूंसी,फाफामऊ, झलवा की ओर कैटल कालोनी बनाने का विचार किया जा रहा है। कैटल कालोनी में एक साथ 1000 से 1500 मवेशियों को रखा जा सकेगा। दूध, दही की बिक्री के लिए पशु पालकों को परेशान न होना पड़े इसके लिए 10 डेयरी भी खोलने की तैयारी है।
महायोजना 2021 में भी पीडीए की ओर से कैटल कालोनी का प्रस्ताव था। महायोजना के अनुसार नैनी और फाफामऊ में कालोनी बनाई गई। हालांकि उसका व्यापक उपयोग नहीं किया जा रहा है। फाफामऊ और नैनी में 200 से 300 के आसपास मवेशी रखने की व्यवस्था है।
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नगर आयुक्त साईं तेजा का कहना है कि शहर में जन सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए कैटल कालोनी का निर्माण किया जाना अति आवश्यक हो गया है। कैटल कालाेनी में दूध उत्पादों की बिक्री आसानी से हो इसके लिए डेयरी खोलने का विचार किया जा रहा है।आने वाले कुछ दिनों में पशु पालकों के साथ बैठक करके उचित निर्णय लिया जाएगा।
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