Prayagraj News : पूर्व जिपं सदस्य रणधीर की हत्या में पुलिस को मिले अहम सुराग, फरार पांच हत्यारोपितों के करीब पहुंची पुलिस
प्रयागराज में कौड़िहार के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव की हत्या के मामले में मुख्य आरोपित उदय यादव समेत पांच फरार आरोपियों की पुलिस ने तलाश तेज कर दी है। अब तक पांच आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं जबकि अन्य की तलाश जारी है। रणधीर यादव की हत्या सुपारी देकर की गई थी और शव को रेलवे ट्रैक पर ठिकाने लगाया गया था।

जागरण संवाददाता, प्रयागराज। कौड़िहार के पूर्व जिला पंचायत सदस्य रणधीर यादव की हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपित उदय यादव समेत पांच की गिरफ्तारी को लेकर घेराबंदी तेज कर दी गई है। आरोपितों के कई नाते-रिश्तेदारों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। इन सभी से पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारी मिली है।
गंगापार इलाके में नवाबगंज के हथिगहां मोहम्मदपुर निवासी रणधीर यादव की हत्या के मामले में पुलिस अब तक पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है। जबकि मुख्य आरोपित उदय यादव, उसके भाई विजय यादव, नौकर सुजीत श्रीवास्तव, सुपारी किलर रवि पासी व जय सिंह यादव अभी फरार हैं। इन सभी की गिरफ्तारी को लेकर पुलिस जगह-जगह दबिश दे रही है।
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उमरपुर नीवां के रहने वाले विजय पासी को पुलिस ने पिछले दिनों गिरफ्तार किया तो कई बातें सामने आईं थीं। विजय पासी ने बताया था कि उसकी दोस्ती मुहल्ले में रहने वाले जय सिंह यादव व रवि पासी से है। सप्ताह भर पहले उदय यादव निवासी तुलसीराम का पूरा मजरे इब्राहिमपुर, नवाबगंज ने रवि पासी के माध्यम से संपर्क किया।
रवि पासी, जय सिंह यादव से बात करने के बाद रणधीर यादव की हत्या के लिए 50 हजार की सुपारी ली। साजिश के तहत राम सिंह ने रणधीर को अकेले में जमकर शराब पिलाई। इसके बाद स्कार्पियो लेकर आगे बढ़ा तो उसमें उदय, उसका भाई विजय, सुजीत श्रीवास्तव, जय सिंह यादव सवार हो गए।
स्कार्पियो में गला दबाकर रणधीर की हत्या कर दी गई। इसके बाद सभी बमरौली रेलवे स्टेशन के पास आउटर के पास पहुंचे। वहां रवि पासी के साथ बाइक पर पहुंचा। स्कार्पियो से शव को ले जाकर रेल पटरी के बगल रखा। पहले पत्थर से उसका चेहरा कूंच दिया, ताकि उसकी पहचान न हो सके।
इसके बाद शव पटरी पर रख दिया। कुछ ही क्षण में ट्रेन आ गई और फिर शरीर के कई टुकड़े हो गए। ऐसा इसलिए किया गया, ताकि किसी को यह हत्या नहीं बल्कि हादसा लगे। इसके बाद राम सिंह, उदय यादव रणधीर की स्कार्पियो को ठिकाने लगाने के लिए निकल गए।
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