Magh Mela 2026 : माघ मेला में भीड़ प्रबंधन को आठ प्रकार की योजना बनाई गई है, क्या है आपातकालीन प्लान
Magh Mela 2026 माघ मेला के आयोजन को लेकर आपदा प्रबंधन की तैयारियां की जा रही हैं। 22 और 23 दिसंबर को एक सिम्पोजियम आयोजित किया जाएगा। श्रद्धालुओं की स ...और पढ़ें

Magh Mela 2026 प्रयागराज माघ मेला में भीड़ प्रबंधन को लेकर नई योजनाएं तैयार की गई हैं।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज। Magh Mela 2026 माघ मेला के आयोजन को लेकर आपदा प्रबंधन की कार्यवाहियों को बेहतर करने की तैयारी है। इस उद्देश्य से 22 एवं 23 दिसंबर को सिम्पोजियम कम टेबल टाप एक्सरसाइज प्रस्तावित है। इसे लेकर प्रयागराज मेला प्राधिकरण के आइसीसीसी सभागार में हुई उप्र आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक में प्रबंधों को लेकर मंथन किया गया।
आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की बैठक
Magh Mela 2026 प्राधिकरण के उपाध्यक्ष लेफ्टिनेंट जनरल योगेंद्र डिमरी की अध्यक्षता में हुई बैठक में पुलिस आयुक्त जोगेंद्र कुमार, जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा, मेलाधिकारी ऋषिराज तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारियों ने अब तक बनाई गई योजना की जानकारी दी।
मेला को सुगम बनाने में आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व
Magh Mela 2026 लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि मेला को सुगम एवं सुरक्षित बनाने में आपदा प्रबंधन का विशेष महत्व है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के दृष्टिगत आपदा प्रबंधन के सभी पहलुओं पर ध्यान देने की आवश्यकता है, जिसमें कि महत्वपूर्ण पहलू सभी विभागों के मध्य आपसी समन्वय एवं पूर्वाभ्यास है। मुख्य स्नान पर्वों के अलावा सामान्य दिनों में भी सावधानी एवं सतर्कता आवश्यक है। प्रत्येक सेक्टर के सेक्टर मजिस्ट्रेट, सीओ तथा अग्निशमन अधिकारी संयुक्त रूप से मेला का भ्रमण करें।
सात मार्गों से श्रद्धालुओं का आगमन होगा
Magh Mela 2026 मार्गों पर फायर ब्रिगेड की बड़ी गाड़ियों को चलाकर उनके सुगम आवागमन की जांच करने को कहा। श्रद्धालुओं को निर्धारित मार्गों से नियंत्रित ढंग से मेले में प्रवेश एवं निर्धारित वापसी मार्गों से ही उनके लौटने की व्यवस्था रहे। कहीं पर भी क्रासिंग प्वाइंट न बने। सात मार्गों से श्रद्धालुओं का आगमन होगा, जिन पर 42 पार्किंग स्थल हैं।
आपातकालीन योजना आवश्कतानुसार उपयोग होगा
Magh Mela 2026 एसपी मेला नीरज पांडेय ने बताया कि आपातकालीन योजना के तहत भीड़ प्रबंधन के लिए आठ प्रकार की योजना बनाई गई है, जिनका आवश्कतानुसार उपयोग किया जाएगा। लेफ्टिनेंट जनरल ने कहा कि मेला में एंबुलेंस के चालक सभी मार्गों का भ्रमण कर लें। ट्रेनों के आवागमन तथा होल्डिंग एरिया में की जाने वाली व्यवस्था के बारे में जानकारी लेते हुए स्टेशनों पर गलत सूचना का प्रसारण व कम समय में प्लेटफार्म बदलने का एनाउंसमेंट किसी स्थिति में नहीं करने के लिए कहा।
बिजली के तार की नियमित जांच हो
मुख्य विद्युत लाइन से रेजिडेंशियल क्षेत्र में जो बिजली के तार लगाए जाएं, उन्हें सुरक्षा की दृष्टि से नियमित रूप से जांच करें। नेटवर्क कंजेक्शन से निपटने एवं पार्किंग क्षेत्रों में नेटवर्क की उपलब्धता बनाने को कहा। कंट्रोल रूम के सीसीटीवी कैमरे के डिस्प्ले की निगरानी करने वाले कर्मियों को कैमरों की फिजिकल लोकेशन का भ्रमणकर कराकर कैमरे के व्यू के बारे में जानकारी रखने के लिए कहा।
खंभों पर क्यूआर कोड लगाया जाए
खोया-पाया केंद्र का प्रचार-प्रसार, विद्युत खंभों की नंबरिंग कराने तथा क्यूआर कोड लगाने को कहा। कहा कि मेले में प्रत्येक श्रद्धालु सुरक्षित आए, सुरक्षित जाए, यह प्रयास होना चाहिए। अपर पुलिस आयुक्त डा.अजय पाल शर्मा, डीसीपी नगर मनीष शांडिल्य, अपर मेलाधिकारी दयानंद प्रसाद उपस्थित रहे।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।